अवैध रेत और मुरूम खनन करने वालों की खैर नहीं, यहां चल रही है ताबड़तोड़ छापेमारी, निगरानी के लिए कंट्रोल रूम भी बना

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में खनिज का अवैध रूप से खनन और परिवहन के मामले में प्रशासन ने सख्ती बरती है. ऐसे मामलों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है.

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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में अवैध रेत और खनिज के खनन और परिवहन के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए व्यापक अभियान छेड़ दिया है. कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर खनिज विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीमों ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर 43 मामलों में कार्रवाई की है. खनन गतिविधियों पर नियंत्रण और निगरानी के लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम की भी स्थापना की गई है, जहां आम नागरिक अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं.

खनिज संपदा की सुरक्षा और राजस्व नुकसान रोकने के उद्देश्य से जिलेभर में खनन स्थलों की निगरानी तेज की गई है. कलेक्टर के नेतृत्व में गठित टीमों ने ओटेबंद क्षेत्र से 6, चकरवाय-खैरघाट शिवनाथ नदी क्षेत्र से 7, मानाकोनी से 2, दतानख महानदी क्षेत्र से 15 और भालूकोना से 2 मामलों में अवैध रेत खनन व परिवहन पर कार्रवाई की है.

जिला खनिज अधिकारी केके बंजारे ने जानकारी देते हुए बताया कि इन कार्रवाई में केवल रेत ही नहीं, बल्कि ईंट, मुरूम और चूना पत्थर के अवैध खनन पर भी शिकंजा कसा गया है. सभी मामलों में नियमानुसार चालान काटते हुए जुर्माना वसूला गया है. 
प्रशासन को रिंगनी, डोंगरिया, केसदा, कोड़ापारा, सेमरिया, खोखली, तरेंगा, सुमा, सुरखी, दावनबोड़, बोड़तरा, जरौद, मुढ़ीपार और हसुवा गांवों से अवैध मुरूम खनन की शिकायतें मिली थीं. इन स्थानों पर जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की गई है.

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लोगों की शिकायत से मिलेगी सफलता

प्रशासन की यह सफलता आम लोगों से मिली शिकायत पर मिली है. जिला प्रशासन ने लोगों से अपील किया है कि वे अवैध खनन की जानकारी कंट्रोल रूम में दें ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके। इस मुहिम का मकसद जिले की खनिज संपदा की रक्षा करना और अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाना है.

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