Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में अब प्रशासनिक कामों की गति तेज हो गई है. आगजनी की घटना के बाद अब जिला उबरने लगा है. प्रशासनिक कामकाज में कसावट लाने के लिए खुद कलेक्टर दीपक सोनी फील्ड में उतरकर काम कर रहे हैं. सरकारी कामकाज का जायजा लेने के लिए कलेक्टर भाटापारा पहुंच गए. यहां के सरकारी दफ्तरों का निरीक्षण किया तो कई सारी पोल खुल गई. कलेक्टर ने नगरीय निकाय में जारी जनसमस्या निवारण शिविर में पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
यहां मचा हड़कंप
इस दाैरान कलेक्टर को भाटापारा नगर पालिका परिषद कार्यालय में भारी अव्यवस्था मिली. जिस पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जताई. उन्होंने मौके पर ही कामकाम में अनियमिता बरतने और गलत जानकारी देने के चलते 2 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया. इसके साथ ही सीएमओ अजय बहादुर सहित 2 अन्य कर्मचारियों सुरेश साहू, स्थापना प्रभारी मनोरमा दीक्षित का निलंबन संबधी प्रस्ताव शासन को भेजने का निर्देश संबधित अधिकारियों को दिए हैं. इसके बाद हड़कंप मच गया है.
मरीजों का जाना हाल
कलेक्टर दीपक सोनी ने नगर पालिका परिषद कार्यालय, सिविल हॉस्पिटल, तहसील कार्यालय, एसडीएम कार्यालय का भी निरीक्षण किया. इसके बाद कलेक्टर दीपक सोनी सुबह ओपीडी के समय ही सिविल हॉस्पिटल में पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए पूरे हॉस्पिटल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने भर्ती हुए मरीजों और चेकअप कराने आए मरीजों से बातचीत कर उनका हाल चाल जाना.
भर्ती हुए मरीज राजाढार निवासी 30 साल प्रशांत से कलेक्टर ने पूछा कि कब से भर्ती हो और खाना मिलता है कि नहीं ? जिस पर उसने जवाब देते हुए बताया कि मैं कल रात डायरिया की शिकायत के चलते भर्ती हुआ हूं, मुझे यहां पूरा खाना और दवाई सही समय में मिल रही है.
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यहां भी पहुंचे कलेक्टर
इसी तरह सोनी ने तहसील और एसडीएम कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने पुराने आलमारियों से फाइल को खंगाल खंगाल कर अवलोकन किया. उन्होंने 2 -3 फाइलों में आपत्ति भी दर्ज कराई. इस दौरान स्ट्रांग रूम, नाजिर शाखा, डब्ल्यूबीएम शाखा सहित अन्य कक्षों का अवलोकन किया. मौके में उपस्थित भाटापारा नगर और आसपास से आए हुए ग्रामीणों ने कलेक्टर से मुलाकात कर अपने आवेदन प्रस्तुत किए.
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