Chhattisgarh:  इस जिले में तैयार हो रहा ऐसा केंद्र जहां दिव्यांग बच्चे बनेंगे "सक्षम", जानें इसके बारे में 

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में दिव्यांगजनों के लिए केंद्र बनाया जा रहा है. जिसमें दिव्यांगजनों को शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर कई सुविधाएं मिलेंगी. 

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Chhattisgarh News: मूलभूत सुविधाओं से वंचित दिव्यांगजनों के लिए बलौदाबाजार जिले में सर्व सुविधायुक्त बहु दिव्यांग केंद्र तैयार किया जा रहा है. इस केंद्र में शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य सुविधाएं एक ही जगह पर उपलब्ध कराई जाएगी. यह सुविधा सभी तरह के दिव्यांग जनों के लिए होगी, जहां हर तरह के विशेषज्ञ अलग-अलग तरह के दिव्यांगों के पुनर्वास के लिए काम करेंगे. प्रशासन ने इसके लिए तैयारी कर ली है. ये केंद्र दंतेवाड़ा में संचालित हो रहे सक्षम की तरह होगा.  

यहां पर बनाया जा रहा है केंद्र 

बलौदा बाजार जिला मुख्यालय से लगे कृषि उपज मंडी में इस केंद्र का निर्माण किया जा रहा है. जिसमें डॉक्टर, फिजियोथैरेपी, शिक्षक और सहयोगी सहित 25 बच्चों के रहने की सुविधा उपलब्ध होगी. केंद्र में रहने वाले बच्चों के लिए खेल का मैदान, खान के लिए किचन, रहने के लिए कमरा, स्पेशल टॉयलेट, बैठने के लिए स्पेशल सीट, कुर्सी, डिजिटल स्टडी रूम सहित अन्य सुविधाएं होंगी. 

बहु दिव्यांग केंद्र बनाने का काम शुरू हो गया है. इस केंद्र का लाभ सभी प्रकार के दिव्यांग को मिलेगा. सभी तरह के दिव्यांगजन को ध्यान में रखकर ही यह केंद्र बनाया गया है. इससे दिव्यांगजनों को बेहतर भविष्य दिया जा सकेगा, साथ ही वे समाज के विकास में अपनी भूमिका निभा सकेंगे. समाज में खुद को उपेक्षित महसूस करते आ रहे हैं दिव्यांगजनों को प्रेरित कर और उन्हें सुविधा देकर उनकी क्षमता को बढ़ाएंगे जिससे वे सक्षम हो सकेंगे.

दीपक सोनी

कलेक्टर, बलौदाबाजार

इसे किया गया है शामिल 

दरअसल सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के अंतर्गत जागरूकता के लिए 21 प्रकार की दिव्यांगताओं को शामिल किया गया है. अधिनियम में पूर्व में प्रचलित 7 प्रकार की दिव्यांगताओं के स्थान पर अब 21 प्रकार की दिव्यांगताएं शामिल की गई है.

अधिनियम के अंतर्गत दिव्यांगता के 21 प्रकार एवं उनके लक्षण में चलन दिव्यांगता, बौनापन, मांसपेशी दुर्विकास, तेजाब हमला पीड़ित, दृष्टि बाधित, अल्पदृष्टि, श्रवण बाधित, कम, ऊंचा सुनना, बोलने एवं भाषा की दिव्यांगता, कुष्ठ रोग से मुक्त, प्रमस्तिष्क घात, बहु दिव्यांगता, बौद्धिक दिव्यांगता, सीखने की दिव्यांगता, स्वलीनता, मानसिक रूगणता, बहु-स्केलेरोसिस, पार्किसंस, हेमोफीलिया, थेलेसीमिया, सिक्कल कोशिका रोग शामिल है.

इसके लिए दिव्यांग का सर्टिफिकेट भी बनाया जाता है. ऐसे दिव्यांग जनों की सुविधा के लिए अब तक बलौदा बाजार जिले में कोई भी बेहतर सुविधा उपलब्ध नहीं थी। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से बहु दिव्यांग केंद्र बनाने का निर्णय दिया गया है. जहां पर दिव्यांग बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे, वहीं सभी प्रकार के दिव्यांगजनों को अन्य सुविधाएं मिलेंगी. 

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केंद्र में यह सुविधाएं होंगी 

बहु दिव्यांग केंद्र में दिव्यांगजनों को थेरेपी, ट्रीटमेंट, पढ़ाई की सुविधा के साथ ही उनके रोजगार के लिए ट्रेनिंग आदि की व्यवस्था होगी. साथ ही उपकरण भी दिया जाएगा. केंद्र में व्हीलचेयर, छड़ी, मोटराइज्ड साइकिल, हाथ और पांव भी दिए जाएंगे.

कृषि उपज मंडी परिसर बलौदा बाजार में सभी तरह के दिव्यांगों को ध्यान में रखकर केंद्र तैयार किया जा रहा है. इसको तैयार करने से पहले दंतेवाड़ा में चल रही संस्था सक्षम का भी अध्ययन किया गया है. 

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मानसिक दिव्यांग और बहु दिव्यांग की संख्या ज्यादा 

समाज कल्याण विभाग बलौदा बाजार के प्रभारी उपसंचालक अरविंद गेडाम ने बताया कि जिले में दिव्यांग हितग्राहियों की संख्या 13500 हैं. सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने वाले 1700 बच्चे हैं. वहीं स्पेशल कार्ड धारी 9500 दिव्यांग हैं. बहु दिव्यांग केंद्र बनाने की दिशा में काम चालू करने से पहले विभाग द्वारा कराए गए सर्वे में मानसिक दिव्यांग और बहु दिव्यांग की संख्या ज्यादा है. इसे ध्यान में रखकर पहले डेफ सेंटर बनाया गया था. अब बहु दिव्यांग केंद्र बना रहे है. जिसकी क्षमता 25 सीट की है. केंद्र में ही कई तरह की सुविधा भी दिव्यांगजनों को दी जाएगी.

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