Baloda Bazar News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सत्ता के रसूख का एक और चेहरा बेनकाब हुआ है. कैबिनेट मंत्री और बलौदा बाजार के विधायक टंकराम वर्मा (Tankram Verma) के भतीजे कृष्णा उर्फ राजा वर्मा पर पेट्रोल पंप सुपरवाइजर ठेलकी निवासी विनोद दुबे की बेरहमी से पिटाई और लूट का आरोप लगा है. पीड़ित पंप कर्मी का दावा है कि आरोपी ने मारपीट के दौरान कहा था कि “चाचा हमारे मंत्री हैं”. पुलिस ने पहले FIR लेने से भी मना की और बाद में सीसीटीएनएस सर्वर से उसे गायब कर दिया. अब पूरे मामले ने क्षेत्र में तूल पकड़ लिया है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, पूरा मामला जिले के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम ढाबाडीह का है. यहां स्थित नंदलाल पेट्रोल पंप के सुपरवाइजर विनोद दुबे के साथ रक्षाबंधन के दिन 9 अगस्त की रात पंप के बगल में स्थित एसएस ढाबा के सामने बेरहमी से मारपीट की गई. उनके शरीर के कई हिस्से में गंभीर चोट लगी है. पीड़ित का आरोप है कि जब वह पेट्रोल पंप पर था, तभी रात करीब 11 बजे सेमराडीह का आशीष बघेल उसके पेट्रोल पंप पर आया, जिसने कुछ काम है कहकर अपने साथ उसे पेट्रोल पंप के बगल में एसएस ढाबा में ले गया.
यहां पहले से मंत्री टंक राम वर्मा का भतीजा कृष्णा उर्फ राजा वर्मा अपने 8 - 10 लोगों के साथ मौजूद था. जैसे ही दोनों उनके नजदीक गए, कहने लगे पेट्रोल भरवाने आते हैं तो ज्यादा बात करते हो, अकड़ते हो... इतना ही नहीं, यह भी आरोप है कि कृष्णा उर्फ राजा वर्मा जो कि छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार में राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा के बड़े भाई दुर्गा प्रसाद वर्मा का बेटा है, उसने कहा कि 'चाचा हमारे मंत्री हैं, जानते नहीं हो क्या. तुम कुछ नहीं कर पाओगे.' साथ ही, सभी ने सुपरवाइजर विनोद दुबे को घेरा और हाथ, मुक्का, बेल्ट, लाठी - डंडे से बेरहमी से पिटाई कर दी. साथ ही, जेब में रखा पैसा और मोबाइल छीन लिया. किसी तरह बचकर पीड़ित वहां से भाग कर पेट्रोल पंप पर पहुंचा.
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
यह पहला मौका नहीं है जब बलौदा बाजार कोतवाली पुलिस पर इस तरह के आरोप लगे हैं. इससे पहले भी सिटी कोतवाली थाना से लूट जैसे गंभीर अपराध के आरोपियों को छोड़ने का मामला सामने आया था. इस मामले में पुलिस की एफआईआर में लूट की धारा नहीं जोड़ी गई, जबकि पीड़ित का कहना है कि उसके समय मारपीट के समय जेब से पैसा और मोबाइल लूट लिया गया है. इतना ही नहीं, घटना के समय मारपीट करने वाले 8 - 10 लोग थे. लेकिन, पुलिस आरोपियों में मंत्री के भतीजा कृष्णा वर्मा उर्फ राजा वर्मा निवासी ग्राम चांपा थाना पलारी, आशीष बघेल निवासी ग्राम सेमराडीह, थाना सुहेला और भीम साहू सेमराडीह थाना सुहेला को गिरफ्तार की है.
ये भी पढ़ें :- ग्वालियर में एक साल से जमीन पर बैठकर काम कर रहा दलित अधिकारी, सरकारी ऑफिस में नहीं मिली कुर्सी
क्यों की मारपीट?
पेट्रोल पंप सुपरवाइजर विनोद दुबे के साथ मारपीट किए जाने की कई वजह हैं. इनमें से कुछ इस तरह से हैं कि कृष्णा उर्फ राजा वर्मा पर रायपुर में भी कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. जिसके कारण वह गांव में आकर खेती और छड़, सीमेंट का काम किया था. जिसके लिए ट्रैक्टर और गाड़ियों में पेट्रोल भरवाने के दौरान बड़ी उधारी हो गई थी. इस पैसे की वसूली विनोद दुबे करने कृष्णा उर्फ राजा वर्मा के घर जाता था. पेट्रोल पंप के कर्मचारियों के साथ आशीष बघेल गाली-गलौज कर रहा था, जिसे सुपरवाइजर विनोद दुबे ने माना किया. इतना ही नहीं, बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले जब आशीष पंप पर महिला ग्राहकों के सामने गाली-गलौज कर रहा था, तब भी विनोद दुबे ऐसा करने से मना किया था.
ये भी पढ़ें :- CM साय ने हजारों युवाओं के साथ लगाई दौड़, बोले-संघर्षों और बलिदान का जीवंत प्रतीक है हमारा तिरंगा