Chhattisgarh : महानदी का सीना छलनी करने वालों पर चला डीएम का हथौड़ा, अवैध रेत घाट पर हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई

Baloda Bazar: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बलौदा बाजार जिले में डीएम केएल चौहान के एक्शन के बाद अवैध रेत खनन (Illegal Mining) पर ब्रेक लगा है, बता दें कि यहां महानदी के बहाव क्षेत्र में कई दिनों अवैध खनन की शिकायत मिल रही थी. प्रशासन की टीम ने अब पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए रेत खनन के लिए बनाए गए अस्थाई मार्ग को तोड़ दिया है.

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Illegal Mining In Baloda Bazar: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बलौदा बाजार जिले में एक बार फिर पर NDTV की खबर का असर हुआ है. NDTV ने अवैध रेत उत्खनन (Illegal Mining) और महानदी  (Mahanadi) का सीना चीरकर अवैध रेत घाट चलाए जाने की खबर को प्रमुखता से उठाया गया था. खबर प्रकाशित होने के कुछ देर बाद ही कलेक्टर केएल चौहान (Collector KL Chauhan) ने मामले में संज्ञान लेते हुए अवैध रेत घाट पर कार्रवाई करवाई है. पलारी एसडीएम श्यामा पटेल के नेतृत्व में ग्राम बोदा मोहान पहुंची प्रशासन की टीम ने यह कार्रवाई की है. यह भी देखने को मिला कि बलौदा बाजार के खनिज विभाग को बार-बार शिकायत मिलने के बाद भी खनिज विभाग के अधिकारी ना तो अवैध खनन पर ना तो संज्ञान लिए और ना ही कार्रवाई की.

महानदी के भीतर रेत से एक अस्थाई मार्ग बना मिला

टीम को महानदी के भीतर रेत से एक अस्थाई मार्ग बना मिला. इसे ग्राम वासियों, सरपंच, पंच, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सचिव, पटवारी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी की उपस्थिति में एक्सीवेटर से तोड़ दिया गया. 

डीएम केएल चौहान मामले की जानकारी मीडिया को देते हुए.

 पलारी विकासखंड के अंर्तगत ग्राम बोदा मोहान में लगातार हो रहे अवैध रेत निकासी की शिकायतों की चर्चा मीडिया में खूब हुई. जिसके बाद डीएम चौहान के निर्देश पर मामले की जांच करने एसडीएम श्यामा पटेल के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची टीम को महानदी के भीतर रेत से एक अस्थाई मार्ग बना मिला. इसे ग्राम वासियों, सरपंच, पंच, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सचिव, पटवारी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी की उपस्थिति में एक्सीवेटर से तोड़ दिया गया. 

क्या दर्ज होगी एफआईआर

क्या प्रशासन राजस्व वसूली, पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने और रेत की चोरी पर एफआईआर दर्ज करेगा या फिर ढाक के तीन पात की तरह प्रशासनिक अधिकारी और कलेक्टर केएल चौहान मौन साध लेंगे.

बता दें कि प्रशासन की मौजूदगी में सरपंच ने अवैध घाट से रेत निकालने का कार्य करने वाले कोर्ट खान की जानकारी दी . अब देखने की बात होगी कि इस पर क्या प्रशासन राजस्व वसूली, पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने और रेत की चोरी पर FIR दर्ज करेगा या फिर ढाक के तीन पात की तरह प्रशासनिक अधिकारी मौन साध लेंगे.

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पुल और सड़क का निर्माण कराया गया था

बता दें कि बोदा के अवैध रेत खदान को संचालित करने में खनन माफिया का साथ ग्राम बोदा और मोहान के कुछ ग्रामीणों ने भी दिया है. प्रशासनिक अधिकारियों, खनिज विभाग और ग्रामीणों से मिले खनन माफिया को बढ़ावा और संरक्षण ने माफिया नदी से रेत निकालने बकायदा पुल और सड़क का निर्माण कराया गया था. यह भी बात निकलकर सामने आया है कि नदी के तट पर 9 ट्रिप हाईवा भी डंप पाया गया है.

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इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि प्रशासनिक टीम के पहुंचने की सूचना पहले ही रेत माफिया को मिल गई थी, जिससे वह अपने नदी से न सिर्फ चेन माउंटेन मशीन और वाहनों को बाहर निकाल लिया. जो भी हाईवे में रेत थी, उसे वहीं डंप कर दिया. इसके कारण ही एक भी वाहन प्रशासनिक अधिकारियों के पकड़ में नहीं आए. हालांकि प्रशासनिक टीम ने रेत को सरपंच के सपुर्दगी में दिया है. साथ ही साथ एसडीएम ने सरपंच, उपसरपंच और सचिव, पटवारी को भी नोटिस जारीकर जवाब तलब किया है.

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