बलौदा बाजार में तेज रफ्तार का कहर, हेलमेट जोन में अंधेरे के कारण स्टॉपर से टकराई बाइक, एक की मौत, एक घायल

Baloda Bazar News: स्थानीय लोगों ने बताया कि सकरी बायपास चौक बलौदा बाजार जिले का प्रमुख और अत्यधिक व्यस्त चौराहा है, जहां से रायपुर, रायगढ़, भाटापारा और बलौदा बाजार की ओर भारी वाहनों सहित अन्य ट्रैफिक का आवागमन होता है.

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Baloda Bazar Road Accident: बलौदा बाजार जिला मुख्यालय के सकरी बायपास चौक पर बीती रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में तेज रफ्तार बाइक स्टॉपर से टकरा गई. इस हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाइक चला रहा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया.

बलौदा बाजार में सड़क हादसा, एक युवक की मौत

मृतक की पहचान गिधपुरी थाना क्षेत्र के ग्राम हरीनभट्ठा निवासी लखनलाल सोनवानी (55 वर्ष) के रूप में हुई है. वहीं बाइक चला रहा युवक महासमुंद जिले के सिर्रीकला गांव का निवासी बताया जा रहा है, जिसे घायल अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

स्टॉपर से टकराई बाइक

मिली जानकारी के अनुसार, दोनों व्यक्ति ग्राम झोंका में एक दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होकर वापस अपने गांव लौट रहे थे. रात में जब वो सकरी बायपास चौक पहुंचे, उसी दौरान उनकी बाइक चौक पर लगे स्टॉपर से टकरा गई. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पीछे बैठे लखनलाल सोनवानी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चालक गंभीर रूप से घायल हो गया.

हेलमेट जोन में अंधेरे के कारण हो रहे ये हादसे

यह वही चौराहा है जिसे पुलिस ने हाल ही में हेलमेट जोन घोषित किया है. कुछ ही दिन पहले यहां हेलमेट अनिवार्यता को लेकर स्टॉपर लगाए गए थे और बोर्ड भी लगाए गए हैं, ताकि वाहन चालक सावधानी से गुजरें. साथ ही ब्रेकर बनाए गए हैं. इसके बावजूद रात के अंधेरे, तेज रफ्तार और शराब के नशा के कारण यह हादसा हो रहा है.

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अंधेरे में डूबा रहता ये इलाका

स्थानीय लोगों ने बताया कि सकरी बायपास चौक बलौदा बाजार जिले का प्रमुख और अत्यधिक व्यस्त चौराहा है, जहां से रायपुर, रायगढ़, भाटापारा और बलौदा बाजार की ओर भारी वाहनों सहित अन्य ट्रैफिक का आवागमन होता है. प्रशासन ने इसे हेलमेट जोन तो घोषित कर दिया, लेकिन सबसे जरूरी चीज- प्रकाश की समुचित व्यवस्था अब तक नहीं की गई है. खंभे तो लगे हैं, लेकिन उन पर लाइटें नहीं लगाई गईं, जिससे यह पूरा इलाका हमेशा अंधेरे में डूबा रहता है.

घटना के बाद स्थानीय नागरिकों में भारी आक्रोश देखा गया. लोगों का कहना है कि इस चौराहे पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं. इसके बावजूद न तो हाई मास्ट लाइट लगाई गई और न ही कोई स्थायी समाधान किया गया.

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स्थानीय लोगों में आक्रोश

स्थानीय निवासी हेमकुमार साहू ने बताया कि बार-बार हादसों के बाद भी प्रशासन का रवैया लापरवाह बना हुआ है. वहीं विपिनकांत बंजारे ने बताया कि कई बार अधिकारियों को इस विषय में अवगत कराया गया, लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. यहां प्रकाश की बहुत ज्यादा जरूरत है बावजूद इसके यहां पर लाइट नहीं लगाई जा रही है जबकि इस जगह से हर समय वाहनों की आवाजाही रहती है. 

घटनास्थल पर काफी देर से पहुंची एंबुलेंस

हादसे की सूचना लोगों ने 108 एंबुलेंस और पुलिस को फोन से दिया, लेकिन एंबुलेंस काफी देर से मौके पर पहुंची. इस बीच सिटी कोतवाली के आरक्षक कामदेव गायकवाड़ तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और अपनी निजी गाड़ी से घायल युवक को जिला अस्पताल पहुंचाया. लोगों का कहना है कि प्रशासन को अब जाग जाना चाहिए. केवल हेलमेट जोन घोषित कर देना पर्याप्त नहीं है, बल्कि ऐसी जगहों पर स्टॉपर के साथ रिफ्लेक्टर, साइन बोर्ड और सबसे अहम- पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था भी अनिवार्य करने की जरूरत है.

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स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर सकरी बायपास जैसे संवेदनशील चौराहों पर पूर्ण सुरक्षा उपाय नहीं किए गए, तो आने वाले दिनों में और भी जानलेवा हादसे हो सकते हैं. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन इस बार केवल खानापूर्ति न करे, बल्कि यहां हाई मास्ट लाइट, स्पीड कंट्रोल सिस्टम और रात्रिकालीन गश्त जैसे ठोस इंतजाम जल्द से जल्द करे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.

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