Bal Diwas 2025 Wonder Kids of MP-CG: हर बच्चा खास होता है, लेकिन कुछ बच्चे अपने हुनर, सोच और हिम्मत से वो कर दिखाते हैं जो उम्र से कहीं आगे होता है. 14 नवंबर को मनाए जा रहे बाल दिवस 2025 पर NDTV मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ लेकर आ रहा है एक खास सीरीज़ ‘वंडर किड्स ऑफ MP-CG'.
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‘वंडर किड्स ऑफ मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़' में हम मिलवाएंगे आपको उन नन्हे सितारों से, जो अपने सपनों को साकार कर रहे हैं. अपने समाज, गांव और शहर में प्रेरणा बन रहे हैं. चाहे वह साइंस का इनोवेशन हो, कला की दुनिया का कमाल, खेलों में रिकॉर्ड हो या कोई अन्य मिसाल. सीरीज़ की शुरुआत छत्तीसगढ़ के जांजगीर की बच्ची श्रिया साहू से हो रही है.
Bal Diwas 2025 Wonder Kids of MP CG Shreya Sahu World Record Chhattisgarh
जांजगीर जिले के चांपा की नन्ही प्रतिभावान बेटी श्रिया साहू ने महज 2 साल की उम्र में अपनी अद्भुत याददाश्त और तेज बुद्धि से नया विश्व रिकॉर्ड (World Record) बनाकर इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (International Book of Records) में अपना नाम दर्ज कराया है. श्रिया ने अपनी कम उम्र में ही अनेक विभिन्न वस्तुओं को पहचानकर यह रिकॉर्ड हासिल किया है.
9 मिनट 57 सेकेंड में पहचानी 150 चीजें
श्रिया साहू दो साल की है, ऐसे में इतनी अधिक चीजों को याद रखना अपने आप में एक आश्चर्य की बात है. उसने 150 चीजों की पहचान करने में महज 9 मिनट 57 सेकेंड लगाए. इसी प्रतिभा के दम पर उसे इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह मिली.
Bal Diwas 2025 Wonder Kids of MP CG Shreya Sahu World Record Chhattisgarh
श्रिया के रिकॉर्ड में क्या लिखा है?
इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में श्रिया के बारे में लिखा है-“Fastest to identify 150 random flashcards by a toddler” का विश्व रिकॉर्ड श्रिया साहू द्वारा 10 सितंबर 2025 को चांपा (छत्तीसगढ़, भारत) से हासिल किया गया. 2 साल, 2 महीने और 24 दिन की उम्र में श्रिया साहू ने 9 मिनट 57 सेकेंड में 150 रैंडम फ्लैशकार्ड्स की पहचान कर यह रिकॉर्ड बनाया.
बचपन से ही दिखने लगी थी ललक
श्रिया के माता-पिता दीक्षा साहू और कौशल किशोर ने बताया कि बचपन से ही श्रिया में चीजों को जानने, पहचानने और याद रखने की विशेष ललक और क्षमता दिखाई देती थी. इसी के दम पर वह इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स तक पहुंच गई.
श्रिया साहू की इस उपलब्धि से हर कोई आश्चर्यचकित है. जिस उम्र में बच्चे बोलना सीखते हैं, उस उम्र में श्रिया ने विश्व रिकॉर्ड बनाकर जांजगीर-चांपा जिले का नाम रोशन किया है. पूरे जिले में खुशी की लहर है और यह पल सभी के लिए गर्व का विषय बन गया है.
Bal Diwas 2025 Wonder Kids of MP CG Shreya Sahu World Record Chhattisgarh
माता-पिता बने प्रेरणा
श्रिया की मां दीक्षा साहू जांजगीर जिले के अकलतरा नगर स्थित आत्मानंद स्कूल में शिक्षिका हैं. वहीं पिता कौशल किशोर चांपा स्थित छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी में AE (Electrical) के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने उसकी प्रतिभा को प्रोत्साहित किया और नियमित अभ्यास से श्रिया ने यह उपलब्धि हासिल की.
बाल दिवस का इतिहास (History of Children's Day in India)
भारत में बाल दिवस (Children's Day) हर साल 14 नवंबर को मनाया जाता है. यह दिन स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है. नेहरू बच्चों से बेहद प्रेम करते थे और उन्हें देश का भविष्य मानते थे. बच्चे स्नेहपूर्वक उन्हें ‘चाचा नेहरू' कहकर पुकारते थे.
पहले बाल दिवस की तिथि 20 नवंबर होती थी, लेकिन संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) इसी दिन Universal Children's Day मनाता है. 27 मई 1964 में नेहरू जी के निधन के बाद भारत ने 14 नवंबर उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया.
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