Chhattisgarh Naxal Movement: बस्तर में बीते चार दशक से काबिज नक्सल संगठन में अब आर्थिक संकट के बादल मंडराने लगे हैं. संगठन द्वारा बस्तर से करोड़ों रुपए के लेवी वसूली करने की खबरें आती रही है, लेकिन बीते कुछ सालों में नक्सल प्रभावित इलाकों में बढ़ रहे सुरक्षाबलों की ठसक से नक्सलियों का दायरा घटा और सुख-सुविधाओं पर रोक लगी है.
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया, नक्सली नकली नोट खपाने की फिराक में हैं
सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने दावा करते हुए बताया कि नक्सलियों के द्वारा नकली नोट छापकर खपाने के फिराक की सूचना मिली थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए 22 जून को जिला बल, डीआरजी बस्तर फाईटर व 50 वाहिनी सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी विशेष नक्सल पेट्रोलिंग के लिए ग्राम मैलासूर, कोराजगुड़ा, दंतेशपुरम व आस-पास के क्षेत्र की ओर रवाना किया गया था.
कोरजगुड़ा जंगल में सर्चिंग के दौरान बरामद हुए नकली नोट बनाने वाले उपकरण
इस दौरान सुरक्षा बलों के द्वारा जंगल-झाड़ियों का सर्चिंग करते हुए आगे बढ़ रहे थे कि शाम को ग्राम कोराजगुड़ा के जंगल में नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों की गतिविधियों को देखकर जंगल-पहाड़ी का आड़ लेकर भागने में सफल हुए. घटना स्थल की सघन सर्चिंग करने पर अलग-अलग जगहों पर छिपाकर रखे गए नकली नोट बनाने का उपकरण बरामद किए गए.
तंगहाली के शिकार नक्सली संगठन नकली नोट छापकर दिन गुजारने को मजबूर हुए
नक्सली संगठनों की तंगहाली का आलम यह है कि वो नकली नोट छापकर दिन गुजारने को मजबूर हैं. उनके विभिन्न इलाकों से सुरक्षाबलों ने नकली नोट बनाने के उपकरण मसलन, कलर प्रिंटर मशीन, इन्वर्टर मशीन, कलर इंक और 50, 100, 200 व 500 रुपये के नकली नोट के सेम्पल और भरी मात्रा में बंदूक, वायरलेस सेट, मैग्जीन पोच, नक्सली काली वर्दी कपड़ा व भारी मात्रा में विस्फोटक सामाग्री बरामद किया.
प्रत्येक एरिया कमेटी के एक-एक नक्सली सदस्य को नकली नोट छापने का प्रशिक्षण दिया गया
पुलिस अफसर के अनुसार वर्ष 2022 में बड़े नक्सली कैडरों के द्वारा प्रत्येक एरिया कमेटी के एक-एक नक्सली सदस्य को नकली नोट छापने का प्रशिक्षण दिया गया है. प्रशिक्षण के बाद अपने-अपने एरिया कमेटी में प्रशिक्षित नक्सली के द्वारा नकली नोट छापकर अंदरुनी क्षेत्रों के साप्ताहिक बाजारों में खपाया जा रहा है.
नकली नोट छापकर आदिवासियों के साथ छल-कपट कर रहे नक्सली संगठन
खुद को आदिवासियों का हितैशी बताने वाले नक्सली संगठन नकली नोट छापकर आदिवासियों के साथ छल कपट कर रहे है. क्षेत्र के आदिवासियों द्वारा रात-दिन मेहनत मजदूरी कर बनाए गए सामान को नकली नोट से खरीद कर उन्हें लगातार धोखा दे रह हैं. इन नकली नोटों का परिचालन कर नक्सली भारतीय की अर्थ व्यवस्था पर भी चोट पहुंचा रहे हैं.
नक्सलियों के डम्प से बरामद सामाग्रियों का विवरण...
01. कलर प्रिंटर मशीन 01 नग
02. ब्लेक प्रिंटर मशीन 01 नग
03. इन्वर्टर मशीन 01 नग
04. 50,100,200 एवं 500 रुपये के नकली नोट
05. भरमार बंदूक 02 नग
06. भरमार बंदूक बैरल 01 नग
07. प्रिंटर मशीन कॉटिज 04 नग
08. ईमेज किंग, जी.पी.एस. पाउडर (प्रिंटर मशीन) 118 नग
09. प्रिंटर ईंक 23 नग
10. पिं्रटर रोलर 09 नग
11. इलेक्ट्रिनीक क्लीनर 02 नग
12. मल्टीमीटर 01 नग
13. कैल्कुलेटर 01 नग
14. वायरलेस सेट 06 नग
15. वायरलेस सेट चार्जर 06 नग
16. वायरलेस सेट बैटरी 02 नग
17. वायरलेस सेट एंटीना 04 नग
18. वायरलेस सेट क्लीप 07 नग
19. चार्जर 05 नग
20. बैटरी क्लीप 08 नग
21. बैटरी चार्जर 01 नग
22. कोर्डेक्स वायर गांठ लगा हुआ 16 नग
23. सोल्डर मशीन छोटावाला 02 नग
24. स्टील स्केल 01 नग
25. मोबाईल चार्जर 01 नग
26. सूखा डीसी बैटरी 01 नग
27. मैग्जीन पोच 04 नग
28. एंकलेट 01 नग
29. पिट्ठू बैग 01 नग
30. स्टेपलर पीन 03 डब्बा
31. नक्सली बैनर कपड़ा
32. नक्सली काली वर्दी 02 जोड़ी
33. ढोलक 01 नग
34. कम्बेट बैरल कैप 02 नग
35. दवाईयां
36. नक्सली दैनिक उपयोगी सामाग्री