Chhattisgarh Congress News: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस ने कई भीतर घातियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. कई नेताओं के सुर बगावती हो गए हैं.
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के बाद प्रदेश घमासान जारी है. रायपुर उत्तर के पूर्व विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप जुनेजा का आरोप है कि संगठन यहां कमजोर हो रहा है. गलत-गलत लोगों को प्रवेश कराया गया और गलत लोगों को टिकट दिया. गलत लोगों के साथ घूमते रहे. इसका नुकसान कांग्रेस को चुनाव में हुआ है.
पूर्व विधायक ने कहा, “मैंने संगठन में बात रखी और ऊपर वालों को पत्र भी लिखा है कि यह कौन लोग हैं जो कहते हैं की टिकट खरीद लिया या कल टिकट खरीद लेंगे. कौन टिकट खरीद रहा है कौन बेच रहा है इसकी शिकायत मैंने की है.”
पार्टी फोरम में बात न रखकर खुले आम बयान बाजी करने को लेकर कुलदीप जुनेजा को संगठन की ओर से नोटिस जारी कर कारण बताने कहा गया है. दरअसल विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव के बाद रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस को अब नगरीय निकाय चुनाव में भी करारी हार झेलनी पड़ी है. एक के बाद एक मिल रही इस हार के बाद पार्टी के अंदर ही बगावत ही और उठने लगे हैं. रायपुर हो या बिलासपुर या फिर कोई अन्य जिला कांग्रेस में आपसी कल खुलकर सामने आने लगा है.
बिलासपुर कांग्रेस अध्यक्ष ने क्या कहा?
बिलासपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी का कहना है कि कोटा विधायक कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं वह किस पार्टी में चपरासी और किस पार्टी में कलेक्टर मानते हैं. उन्हें स्पष्ट करना चाहिए पार्टी से वह है वह पार्टी से नहीं हैं. इसलिए उनके खिलाफ हमने शिकायत भेजी है.
‘भितरघातियों' को लेकर शिकायतें...
नगरीय निकाय चुनाव के दौरान कई सारे प्रत्याशियों ने इस बात की शिकायत की पार्टी के नेता ही उनके खिलाफ काम कर रहे हैं. कई भितरघाती कांग्रेस प्रत्याशियों को ही हराने में लगे हैं. अब रिजल्ट अनुकूल नहीं आने के बाद कांग्रेस में घमासान मच गया है. प्रदेश भर में करीब 100 भीतरघातियों पर पार्टी ने एक्शन लिया है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें भी तेज हैं.
क्या बोले बाबा?
छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि पार्टी में टिकट खरीदी बिक्री का कोई सवाल ही नहीं है. ऐसा आपको क्यों लग रहा है यह समझ से परे है. क्योंकि जीत हो या हार सभी के लिए सभी लोग जिम्मेदार होते हैं. अगर जीत मिलती है तो भी पार्टी का हर नेता हर कार्यकर्ता उसके लिए जिम्मेदार है. और हार भी मिलती है तो भी जिम्मेदारी सबकी है. पार्टी ऐसे लोगों को ही प्रत्याशी बनाती है जिस पर जीत की उम्मीद रहती है. हर किसी को संतुष्ट कर पाना संभव नहीं है खुद भगवान भी आ जाए तो उनसे भी कोई न कोई नाराज मिलेगा.
बीजेपी हुई हमलावर
नगरीय निकाय चुनाव परिणाम के बाद पार्टी में मचे घमासान को लेकर भाजपा नेताओं को कांग्रेस के ऊपर हमला करने का एक और मौका मिल गया है. उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि लोकसभा विधानसभा और अब नगरीय निकाय चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के अंदर घमासान बचा हुआ है. कांग्रेस के नेता एक दूसरे के खिलाफ बयान बाजी कर रहे हैं यह कांग्रेस की परंपरा है, ऐसा होना ही है. हार का ठिकरा एक दूसरे के ऊपर फोड़ने की कोशिश की जा रही है. एक के बाद एक मिल रही हार के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बगावती सुर उठने लगे हैं. पार्टी के अंदर मचे इस घमासान को रोकने क्या कदम उठाए जाते हैं यह देखना होगा.
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