अदाणी फाउंडेशन ने शैक्षिक और खेल महोत्सव का किया आयोजन, 216 बच्चों ने लिया भाग, दिखाई प्रतिभा

अदाणी फाउंडेशन के हेड- CSR ऑपरेशन ने कहा, “हमारा उद्देश्य ग्रामीण और सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों को ऐसे अवसर प्रदान करना है, जहां वे न केवल सीखें बल्कि अपनी प्रतिभा को खुलकर प्रदर्शित कर सकें. हर बच्चे में अपार क्षमता होती है और उसे केवल सही मंच, सही दिशा और प्रोत्साहन की आवश्यकता होती है.

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बाल दिवस के अवसर पर शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला, छतौद में अदाणी फाउंडेशन द्वारा एक भव्य और उत्साहपूर्ण शैक्षिक वखेल महोत्सव का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में कक्षा पहली से आठवीं तक के कुल 216 विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई. इससे पहले विद्यालय परिसर को उत्सवमय वातावरण के अनुरूप सजाया गया, जहां बच्चों के लिए विभिन्न आयु-आधारित प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं. कक्षा पहली के बच्चों के लिए "आओ केला खिलाएं" प्रतियोगिता रखी गई, कक्षा दूसरी के विद्यार्थियों ने कुर्सी दौड़ में अपनी फुर्ती दिखाई. तीसरी के बच्चों ने बोरा और कक्षा चौथी के विद्यार्थियों ने जलेबी दौड़ में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया. कक्षा पांचवीं के बच्चों ने फुग्गा दौड़ और कक्षा छठवीं के विद्यार्थियों ने मकड़ी दौड़ में अपनी चपलता का प्रदर्शन किया। कक्षा सातवीं के बच्चों ने पत्थर व कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों ने कंचा-चम्मच दौड़ में अपनी संतुलन क्षमता दिखाई.

इन खेल प्रतियोगिताओं के साथ-साथ बच्चों की रचनात्मकता और बौद्धिक क्षमता को प्रोत्साहित करने के लिए पेंटिंग, निबंध लेखन और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया. इस दौरान बच्चों ने अपनी प्रतिभा से सभी को प्रभावित किया. हर प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए गए. साथ ही, सभी प्रतिभागियों को भी अदाणी फाउंडेशन द्वारा आकर्षक उपहार दिए गए.

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इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य  स्वाति वर्मा, एसएमसी अध्यक्ष गीता मांडले, बोहरन जलतारे, विधायक प्रतिनिधि नरेंद्र कुमार सिन्हा, शाला सदस्य रमेश कुमार यादव, प्रीति प्रजापति, विद्यालय के प्रधान पाठक, शिक्षकगण और अदाणी फाउंडेशन की उत्थान टीम के 11 सदस्य उपस्थित रहे. जनप्रतिनिधियों ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि  क्षेत्र में पहली बार हुआ ऐसा आयोजन हुआ है, जिसमें हर बच्चे को भाग लेने, खुद को व्यक्त करने और पुरस्कार पाने का अवसर मिला. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाते हैं, झिझक दूर करते हैं, टीमवर्क विकसित करते हैं और उन्हें बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करते हैं.

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बच्चों को प्रोत्साहन की आवश्यकता होती है

अदाणी फाउंडेशन के हेड- CSR ऑपरेशन ने कहा, “हमारा उद्देश्य ग्रामीण और सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों को ऐसे अवसर प्रदान करना है, जहां वे न केवल सीखें बल्कि अपनी प्रतिभा को खुलकर प्रदर्शित कर सकें. हर बच्चे में अपार क्षमता होती है और उसे केवल सही मंच, सही दिशा और प्रोत्साहन की आवश्यकता होती है. अदाणी फाउंडेशन शिक्षा में सकारात्मक और दीर्घकालिक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है.” कार्यक्रम का समापन हर्ष, उल्लास और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में हुआ. बच्चों, अभिभावकों और समुदाय के लिए यह दिन यादगार बन गया. सभी ने इसे विद्यालय और क्षेत्र के लिए एक प्रेरणादायक पहल बताया.

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