बसवराजू... अंडर ग्राउंड हो गया था, LTTE ने गुरिल्ला और विस्फोटकों की ट्रेनिंग देकर बना दिया था खतरनाक 

Naxalites Basavaraju: बसवराजू के बारे में बताया जा रहा है कि गुरिल्ला वार में एक्सपर्ट था और लिट्टे (LTTE) से जंगल युद्ध, सैन्य रणनीति और विस्फोटकों के उपयोग की ट्रेनिंग लेकर खतरनाक बन गया था. 

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Naxalites Basvaraju LTTE Training: नक्सलियों के शीर्ष नेता डेढ़ करोड़ रुपये का इनामी नक्सली बसवाराजू एनकाउंटर में ढेर हुआ है. इसके बाद इसके बारे में कई सारी जानकारियां निकलकर सामने आ रही हैं. इजीनियरिंग के छात्र रहे बसवाराजू ने तमिल संगठन लिट्टे से गुरिल्ला युद्ध और विस्फोटकों की ट्रेनिंग ली और बहुत खतरनाक बन गया था. 

पढ़ने में बहुत तेज था

रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीकाकुलम के छोटे से गांव जियान्नापेट का रहने वाला बसवाराजू पढ़ाई में बहुत तेज था. इसने इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया. बीटेक की पढ़ाई करने के दौरान कुछ आंदोलनों में रहने लगा. इस पर पुलिस केस भी दर्ज हुए थे. उसने सीपीआई लिबरेशन के लिए काम करना शुरू किया और अचानक अंडरग्राउंड हो गया था. इसके बाद इसकी कोई खबर नहीं मिली.

बसवराजू की कॉलेज की पढ़ाई के दौरान की फोटो है.

हालांकि बाद में पता चला कि वह नक्सल संगठन का हिस्सा बन चुका है. इसने लिबरेशन टाईगर्स तमिल ईलम से ट्रेनिंग ली और खतरनाक बन गया. तीन लेयर में इसकी सुरक्षा में जवान तैनात होते थे. ताड़मेटला, झीरम, विधायकों की हत्या जैसे कई बड़े मामलों में इसका नाम दर्ज है. पुलिस भी इसकी लंबे समय से तलाश कर रही थी. ये अबूझमाड़ के जंगल में छिपकर बैठा था. यहां ढेर हो गया. 

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जानिए क्या है LTTE

लिबरेशन टाईगर्स तमिल ईलम (LITTE) को तमिल टाईगर्स के रूप में जाना जाता है. ये संगठन दुनिया के सबसे ताकतवर गुरिल्ला लड़ाकों में गिना जाता था. इस पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, श्रीलंकाई राष्ट्रपति प्रेमदासा रनसिंघे सहित कईयों की हत्या का आरोप था. इसी संगठन से नक्सली बसवाराजू ने गुरिल्ला और विस्फोटकों की ट्रेनिंग ली थी. इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि बसवाराजू कितना खूंखार रहा है. 

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कई नामों से जाना जाता था 

बसवाराजू एक दो नहीं बल्कि कई नामों से पहचाना जाता था. इसके बारे में बताया जाता है कि जिस इलाके में जाता था वहां नाम बदलता रहता था.  केशव राव, गगन्ना, प्रकाश, कृष्णा, विजय, केशव, बीआर, प्रकाश, दरपा नरसिंहा रेड्डी, आकाश, नरसिंहा, बसवराज, बसवराजू नामों से पहचाना जाता था. इसका एनकाउंटर पुलिस की सबसे बड़ी उपलब्धि है. 

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