Chhattisgarh News in Hindi : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के MCB जिले में मुख्यमंत्री जतन योजना के तहत बदहाल इमारतों की मरम्मत के लिए 20 स्कूलों काे निशान लगाया गया था. इसके लिए जिले के भरतपुर ब्लाॅक में 1 करोड़ 46 लाख 76 हजार रुपए की मंजूरी दी गई थी लेकिन स्कूलों के मरम्मत में जमकर भ्रष्टाचार किया गया जिसकी पोल अब खुल रही है. जबकि अप्रैल 2023 में मरम्मत के लिए इतनी बड़ी राशि शासन ने दी थी. आपको बता दें कि कुछ जगहों पर बिना काम किए ही राशि निकाल ली गई तो कहीं गुणवत्ताहीन काम करने की वजह से बारिश में छत से पानी टपक रहा है. गांव के लोगों ने बताया कि एमसीबी जिले के ब्लाॅक भरतपुर में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत 13 अप्रैल 2023 को 20 स्कूलों का चयन किया गया.
कैसा है स्कूलों का हाल ?
राशि मिलने के बाद मरम्मत शुरू की गई लेकिन चयनित सभी स्कूलों का मरम्मत कार्य गुणवत्ताहीन होने की वजह से अब स्कूलों में शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सेमरिया गांव में चल रहे मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक राम प्रताप केवट ने बताया कि 5 लाख 93 हजार रुपए खर्च कर विद्यालय में सिर्फ बरामदा बनाया गया जिसमें छत की ढलाई एक साल बाद भी अधूरी है. यही नहीं जो कार्य किया गया है.... वो भी गुणवत्ताहीन है.
ठेकेदारों की लापरवाही
यही हाल खाड़ाखोह के मिडिल स्कूल का भी है. यहां मरम्मत के लिए 6.64 लाख रुपए, प्राथमिक शाला बरहोरी के लिए 5.33 लाख, प्राथमिक शाला नदियाटोला 4.69 लाख, प्राथमिक शाला प्राथमिक पोट्टा़झोरखी 3.78 लाख रुपए, प्राथमिक शाला जुनहापारा बेलगांव के लिए 5.11 लाख, माध्यमिक शाला सेमरिया के लिए 5.93 लाख रुपए दिए गए थे लेकिन इन विद्यालय भवनों की मरम्मत आज भी अधूरी है. इसमें ठेकेदार की लापरवाही साफ नजर आ रही है.
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क्या बोले ज़िम्मेदार ?
जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा ने कहा कि 20 स्कूलों के लिए 1 करोड़ 46 लाख रुपए की मंजूरी मिली थी, मरम्मत कार्य किए गए हैं. कुछ स्कूलों का मरम्मत होना है जिसके लिए प्रस्ताव भेजे हैं. कहीं शिकायत है तो जांच करवाएंगे.
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