Industrialist Ratan Tata: बेहद सौम्य और विनम्र व्यक्तित्व के धनी उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata Passes Away) अब हमारे बीच नहीं है. कहते है शीर्ष पर पहुंचे इंसान में ऐब आ जाती है, लेकिन रतन टाटा का व्यक्तिव इसका अपवाद था. उनकी इन्हीं खूबियों ने शायद उन्हें इतनी बुलंदियों पर पहुंचाया. अपने कुशल नेतृत्व से टाटा समूह के पितृ पुरुष बने रतन टाटा ने बीती रात मुंबई के ब्रीच कैंडी हास्पिटल में 86 साल की उम्र में दुनिया का अलविदा कह दिया.
वंशवृक्ष से ताल्लुक नहीं रखने वाले रतन टाटा टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने
टाटा परिवार की वंशवृक्ष से ताल्लुक नहीं रखने वाले रतन टाटा ने टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने और कंपनी को बुलंदियों तक पहुंचाया. रतन टाटा ने ग्रुप की तरक्की के लिए बहाए पसीनों से खून के रिश्तों को भी पीछे छोड़ दिया. सिद्धांतवादी रतन टाटा ने अपने बड़े फैसलों से टाटा ग्रुप को दुनिया के कोने-कोने में पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई.
नेवल टाटा और सूनी कमिसारीट के बेटे रतन टाटा का बचपन खराब रहा
9 अक्टूबर को 86 साल की उम्र में अंतिम सांस लेने वाले रतन टाटा ने 8 दिसंबर 1937 को मुंबई में एक पारसी परिवार में जन्म लिया था. रतन टाटा पिता नेवल टाटा और सूनी कमिसारीट के बेटे थे. रतन टाटा जब 10 साल के थे, तब उनके मां-बाप अलग हो गए थे, इससे रतन टाटा का अपना बचपन और किशोरावस्था दादी के साथ गुजारन पड़ा.
जीवन भर अविवाहत रहे रतन टाटा ने शादी की योजना पर किया था खुलासा
जीवन भर अविवाहत रहे रतन टाटा के अविवाहित रहने के लिए अक्सर उनके माता-पिता के बीच बताया जाता रहा, लेकिन सच खुद रतन ने बताया. एक खुलासे में उन्होंने बताया कि जब वो लॉस एंजिलस में थे तो एक बार उनकी शादी की योजना थी. लॉस एंजिलस में नौकरी के दौरान उन्हें किसी से प्यार हो गया, वो शादी करने ही वाले थे कि बीमार दादी से मिलने वापस भारत आ गए, लेकिन उनके साथ उनकी प्रेयसी नहीं आई, जिससे दोनों का रिश्ता टूट गया.
वर्तमान में टाटा ग्रुप 6 महाद्वीपों के 100 से अधिक देशों में काम करता है
दिवंगत रतन टाटा के श्रम और पसीना ही था कि टाटा ग्रुप दुनिया के छह महाद्वीपों के 100 से अधिक देशों में काम करता है. वर्तमान में टाटा ग्रुप की विभिन्न सेक्टर्स में काम करने वाली कंपनियों में 8 लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं. इनमें ऊर्जा, ऑटोमोटिव, इंजीनियरिंग और आईटी कम्युनिकेशन कंपनियां शामिल हैं.
आज टाटा उद्यमों का संयुक्त बाजार पूंजी 403 बिलियन अमेरिकी डॉलर है
29 सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध टाटा उद्यमों का संयुक्त बाजार पूंजी 403 बिलियन अमेरिकी डॉलर है. कॉर्नेल विश्वविद्यालय से ऑर्टिटेक्ट और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में डिग्री धारी रतन टाटा ने करियर की शुरूआत साल 1962 में टेल्को (अब टाटा मोटर्स) से की थी. साल 1981 में टाटा इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और उत्तराधिकारी बनाए गए रतन टाटा ने साल 2012 में रिटायरमेंट तक टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के अध्यक्ष बने रहे.
कंपनियों का अधिग्रहण रतन टाटा के कारोबारी करियर की खासियत रही
दूरदर्शी रतन टाटा कंपनियों का अधिग्रहण करने और उन्हें बदलना उनके कारोबारी करियर की खासियत रही है. साल 2000 में रतन टाटा ने चाय कंपनी टेटली, 2007 में एंग्लो-डच कोरस ग्रुप और 2008 में जगुआर लैंड रोवर अधिग्रहण किया था. उनके नेतृत्व में कंपनी ने दुनिया भर में होटल, केमिकल कंपनियों, संचार नेटवर्क और ऊर्जा प्रदाताओं को भी खरीदा.
संविधान के अनुसार 2012 में 75 साल की उम्र में रतन टाटा ने छोड़ा पद
रतन टाटा के सिद्धांत प्रिय व्यक्ति थे. उन्होंने फर्म के संविधान के अनुसार रतन टाटा ने साल 2012 में 75 साल की उम्र में कंपनी से इस्तीफा दे दिया. साइरस मिस्त्री को नया चेयरमैन चुना गया. साइरस के पिता पल्लोनजी मिस्त्री इसी वंश के थे. टाटा व्यवसाय में उनकी 18.5 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. साल 2016 में साइरस को बर्खास्त कर दिया गया. मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा और कोर्ट ने फैसला टाटा समूह के पक्ष में सुनाया.
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