GST Slab: केंद्र सरकार जीएसटी (GST) पर बड़ी राहत दे सकती है. ऐसा बताया जा रहा है कि 12 प्रतिशत GST स्लैब को खत्म करने का निर्णय आने वाले दिनों में होने वाली GST परिषद की 56वीं बैठक में लिया जा सकता है. यह बैठक इस महीने के अंत में हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक सरकार दैनिक जरूरतों के सामानों पर टैक्स कम करना चाहती है. अगर ऐसा निर्णय होता है तो सुबह के टूथपेस्ट से लेकर रात के दूध सहित कई सामान सस्ते हो जाएंगे. इसके अलावा स्टेशनरी से लेकर प्रेस, गीजर, छोटी वॉशिंग मशीन तक के दामों में राहत मिल सकती है. इसमें से ज्यादातर वस्तुओं पर फिलहाल 12% टैक्स लगता है. यह भी चर्चा है कि वित्त मंत्रालय, मौजूदा 4 टैक्स स्लैब को कम कर 3 स्लैब कर सकती है.
कैसे होगा बदलाव? GST Slab Change
आम लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार दो विकल्पों पर विचार कर रही है. बताया जा रहा है कि 12 फीसदी GST स्लैब में रखी गई ज्यादातर वस्तुओं को 5 फीसदी के स्लैब में रखा जा सकता है या फिर 12% के स्लैब को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है.
अभी कैसी है स्लैब व्यवस्था? GST Slab
मौजूदा व्यवस्था में 4 टैक्स स्लैब हैं. 5%, 12%, 18% और 28%. ऐसा माना जा रहा है कि केंद्र सरकार इन 4 स्लैब को घटाकर 3 स्लैब कर सकती है. संभावना है कि नई व्यवस्था में केवल 5%, 18% और 28% का टैक्स स्लैब रह जाए. ऐसा होता है तो हर दिन की जरूरतों के कई वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी.
क्या बदलाव आएगा?
इस समय 12 प्रतिशत GST स्लैब में जो वस्तुएं आती हैं वे ज्यादातर आम लोगों के दैनिक जीवन में इस्तेमाल होती हैं. इनमें साबुन, टूथपेस्ट, कपड़े, मोबाइल फोन, टॉफी, जूते और घी व पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स के अलावा कई वस्तुएं शामिल हैं. इसमें चीज, प्रिजर्व्ड फिश, नट्स जैसी चीजें भी शामिल हैं.
अगर बदलाव होता है तो आइए जानते हैं कौन से सामान सस्ते हो जाएंगे.
ये सामान हो जाएंगे सस्ते
- घी, मक्खन, प्रोसेस्ड फूड
- फलों का जूस
- ड्राईफ्रूट्स और नट्स
- जैम, जेली, चटनी
- पैक्ड नारियल पानी
- छाता, सिलाई मशीन
- प्रेशर कुकर , आयरन (प्रेस), गीजर
- छोटी वॉशिंग मशीन, साइकिल
- ₹1000 से ऊपर के कपड़े
- ₹500 से ₹1000 तक के जूते-चप्पल
- स्टेशनरी के सामान
- कृषि के औजार
- टॉफी-कैंडी, डेयरी ड्रिंक्स
- कंडेंश्ड मिल्क, डेयरी स्प्रेड, पनीर, चीज (Cheese)
- प्रिजर्व्ड फिश, मक्खन और घी, बटर ऑयल
- क्लीन एनर्जी डिवाइसेज
- खजूर, अंजीर, अनानास, एवोकाडो, अमरूद, और मैंगोस्टीन (Packed)
- पास्ता, मैकरोनी, नूडल्स, लसग्ना, ग्नोची, रैवियोली, कैनेलोनी(Packed)
- बरी, नमकीन, भुजिया, मिश्रण, चबेना
- फलों या मेवों की प्यूरी और फलों या मेवों के पेस्ट
- दालों से बने नमकीन, भुजिया, मिश्रण, चबेना और इसी तरह के नमकीन
- 20 लीटर की बोतलों में पैक ड्रिंकिंग वाटर
- कॉटन और जूट के हैंड बैग और शॉपिंग बैग
- लकड़ी, पत्थर, संगमरमर और धातुओं की मूर्तियां
- मूंगफली, काजू, अन्य भुने हुए मेवे और बीज
- आम, नींबू, संतरा, अनानास या अन्य फलों का स्क्वैश
- बॉबिन, सिलाई धागा रील और कपड़ा मशीनरी के लिए लकड़ी के बने सामान
- लकड़ी के अन्य हिस्से, जैसे कि नाव या जहाज वगैरह के चप्पू, पैडल, पतवार
ऐसा है गणित
किसी भी सामान की कीमत पर कैसा असर पड़ेगा इसके लिए एक सीधा सा फॉर्मूला लगाया जा सकता है. मान लीजिए किसी सामान की कीमत 100 रुपये हैं, 12% GST के साथ उसकी मौजूदा MRP यानी अधिकतम कीमत होगी, 100+12= 112 रुपये. अगर ये सामान 12% GST स्लैब से 5% GST स्लैब में लाया जाता है तो इसकी MRP यानी अधिकतम कीमत हो जाएगी- 100+5=105 रुपये. यानी अभी जिस सामान के लिए हमें 112 रुपये देने पड़ रहे हैं, उसके लिए 105 रुपये ही देने होंगे. यानी 112 रुपये के सामान पर 7 रुपये बचेंगे.
यह भी पढ़ें : GST के 8 साल; कलेक्शन से लेकर टैक्सपेयर तक जानिए कैसे आया बदलाव! जुलाई से बदल जाएंगे रिटर्न के नियम
यह भी पढ़ें : Interpol ने MP को दी बधाई; इंटरनेशनल बाघ तस्कर को 5 वर्ष की सजा, स्टेट टाइगर फोर्स भोपाल ने किया ये काम
यह भी पढ़ें : PM Kisan 20th Installment: 4 महीने पूरे; पीएम किसान सम्मान निधि के ₹2000? यहां देखें 20वीं किस्त का Status
यह भी पढ़ें : MP Laptop Yojana: 12th के इन बच्चों को फ्री लैपटॉप, CM मोहन यादव इस तारीख को देंगे सौगात