Bhopal News: इन दिनों पूरे देश में नवरात्रि (Navaratri) की धूम चल रही है. जहां हर कोई अपने परिवार और मित्रों के साथ गरबा खेल रहा है. भोपाल (Bhopal) में भी लोग बड़े जोश के साथ गरबा कर रहे हैं. आम लोगों के अलावा नेता भी इन दिनों गरबा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. राज्यमंत्री कृष्णा गौर (Krishna Gaur) जंबूरी मैदान में हो रहे गरबा महोत्सव में शामिल हुईं, जहां उन्होंने NDTV से चर्चा कर अपने बचपन की यादों को ताजा किया.
बचपन की यादों को किया ताजा
मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि मैं इंदौर की बेटी हूं. मैंने बचपन से गरबा किया है और इंदौर में गरबा काफी सालों से आयोजित हो रहा है. मैं बचपन से गरबा में भाग लेती आई हूं और आज मुझे यहां अवसर मिला है तो मैं पीछे कैसे रह सकती हूं. मैं इतना कह सकती हूं कि मुझे मेरे मायके की याद आ गई. हम जब बचपन में गरबा करते थे, उस वक्त बहुत अच्छा वातावरण होता था. हम माता की भक्ति के माध्यम से गरबा करते थे. आज जिस तरीके से गरबा का दूसरा रूप सामने आया है. उसको देखकर बहुत चिंता और दुखी होता है कि हमारे सनातन संस्कृति ऐसी नहीं थी.
नवरात्रि में समय कैसे देती हैं ?
कृष्णा गौर ने आगे कहा कि नवरात्रि में अपने निजी जीवन को समय देना कोई मुश्किल बात नहीं है. क्योंकि हमारे रग-रग में सनातन संस्कृति बहती है. इसलिए नवरात्रि का पर्व हमारे लिए एक ऊर्जा लेकर आता है, नया आत्मविश्वास लेकर आता है. लेकिन हम हर शाम को जब गरबा के समय मां की पूजा करते हैं तो बहुत आनंद आता है, सुबह जब हम अपना काम करते हैं तो मां की शक्ति होती है जो हमें प्रेरित करती है.
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