टीबी को हराने के लिए एक्टिव हुई सरकार, 50% जिलों में होगा BCG टीकाकरण, ये है प्लान...

देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए BCG टीकाकरण की शुरूआत की जा रही है, जिसमें मध्यप्रदेश के 26 जिलों में ये अभियान चलाया जाएगा, जो फरवरी माह में होगा.

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Bhopal- देश में लगातार टीबी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इस खतरनाक बीमारी पर लगाम लगाने के लिए अब सरकार एक्टिव हो गई है. पूरे देश में 23 राज्यों को टीकाकरण अभियान के लिए चुना गया है. इसमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्य भी शामिल हैं. यहां के 50 फीसदी जिलों में बीसीजी टीकाकरण किया जाएगा, वहीं अन्य 50 फीसदी जिलों में प्लेसबो यानी तरल पदार्थ दिया जाएगा.

कैसे फैलती है ये बीमारी?

ट्यूबरक्लोसिस एक संक्रामक बीमारी है जो आमतौर पर फेफड़ों पर हमला करती है. धीरे-धीरे ये दिमाग या रीढ़ सहित शरीर के बाकी हिस्सों में भी फैल सकती है. टीबी की बीमारी की शुरुआत माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नाम के एक बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होती है. शुरुआत में तो शरीर में कोई लक्षण नहीं दिखते हैं, लेकिन जैसे-जैसे यह संक्रमण बढ़ता जाता है, मरीज की परेशानियां भी बढ़ने लगती हैं. जिन लोगों के शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होती है, उन्हें टीबी का खतरा ज्यादा रहता है.

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डॉ. लोकेंद्र दवे, टीबी हॉस्पिटल भोापल

एक्सपर्ट्स ने क्या कहा?

भोपाल के टीबी हॉस्पिटल से डॉ. लोकेन्द्र दवे ने NDTV से बातचीत के दौरान बताया कि BCG वैक्सीन का बचाव सीरियस टाइप डिज़ीज होने से रोकने में मदद करता है. डेथ रोकने में मदद करता है. पर्टिकुलर बच्चों और बूढ़ों में वैक्सीनेशन का फायदा होता है. भारत में बहुत ज़्यादा संख्या में मरीज होने का अनुमान रहता है, इसीलिए देश में पैदा होते ही बच्चे को वेक्सीनेट करने की गाइडलाइन है. इसीलिए पैदा होते ही बच्चे को वैक्सीन लगाकर इम्यूनिटी पैदा करते हैं और इसमें किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है.

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मनोज वर्मा जिला टीबी अधिकारी, भोपाल

जिला टीबी ऑफसर ने यह बताया

वहीं भोपाल जिला टीबी अधिकारी (DTO) मनोज वर्मा ने कहा कि BCG टीकाकरण हम बच्चों में पहले से ही लगातार आ रहे हैं. बच्चों में काफ़ी अच्छा प्रोटेक्शन देखने को मिला, यह बच्चों को बीमारी की गंभीरता से रोकता था जिसकी सुरक्षा बच्चे को 17-18 साल तक रहती थी. अब हम वयस्कों में भी टीबी का वैक्सीन लॉन्च कर रहे हैं. ये टीकाकरण बड़े लोगों पर लगाया जाएगा, जिनकी 60 साल की उम्र है, और उन्हें टीबी होने की संभावना ज़्यादा है, या जो बहुत ज़्यादा दुबले पतले हैं, या पिछले पाँच साल में उनको टीबी हुई है या वे टीबी के मरीज़ के संपर्क में रहे हैं या उनको डायबिटीज है या जो स्मोकिंग करते हैं. इन लोगों को फ़र्स्ट स्टेज में टीबी का वैक्सीन लगाया जाएगा. देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए BCG टीकाकरण की शुरूआत की जा रही है, जिसमें मध्यप्रदेश के 26 जिलों में ये अभियान चलाया जाएगा, जो फरवरी माह में होगा.

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