रामचरितमानस की 51 हजार प्रतियों से श्रीराम के ननिहाल में बना वर्ल्ड रिकॉर्ड, CM ने किसे कहा रामायणी सांसद?

Golden Book of World Records: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि सांसद मोहन मंडावी ने अपना ही नहीं, छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है. उन्होंने 51 हजार परिवारों में मानस पहुंचाने का काम किया है. साथ ही हर घर तुलसी चौरा हो, इसके लिए भी उन्होंने लोगों को प्रोत्साहित किया है. यह बहुत अच्छा काम है. राम चरित मानस के वितरण से बेहतर समाज के निर्माण की दिशा तय होती है.

विज्ञापन
Read Time: 18 mins

Ram Mandir Ayodhya Inauguration: अयोध्या धाम में श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Shri Ram Janmbhoomi Mandir Prana Pratishtha Ayodhya) की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. वहीं भगवान श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ में भी इस समारोह के लिए उत्सव जैसा माहौल है. बालोद जिले के गुंडरदेही में आयोजित एक कार्यक्रम में रामचरितमानस (Ramcharitmanas) की 'राम काज कीन्हें बिनु, मोहि कहां विश्राम' ये चौपाई चरितार्थ करते हुए सांसद मोहन मांडवी ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में उपलब्धि दर्ज करायी है. उन्होंने ने रामचरितमानस की 51 हजार प्रतियां बांटकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. इस रिकॉर्ड के साक्षी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ( Chief Minister of Chhattisgarh) विष्णु देव साय (CM Vishnu Deo Sai) और विधानसभा अध्यक्ष डाॅ रमन सिंह (Dr Raman Singh) भी बने. मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर श्रद्धालुओं को रामचरितमानस का वितरण भी किया. रिकॉर्ड मिलने वाले दिन यहां तुलसी मानस प्रतिष्ठान द्वारा 3000 मानस ग्रंथों का वितरण किया गया जबकि इससे पहले 48 हजार ग्रंथों का वितरण हो चुका था.

राममय रहा पूरा माहौल

सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि कांकेर सांसद मोहन मंडावी ने इस बारे में निश्चय किया था कि मानस की 51 हजार प्रतियां बांटकर लोगों के समक्ष श्रीराम का आदर्श अधिकाधिक संख्या में प्रसारित करेंगे. वहीं गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स (Golden Book of World Records) की टीम ने प्रतियों के वितरण के बाद इसे गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया. गुंडरदेही में रामचरितमानस को पूरी प्रतिष्ठा के साथ लाल कपड़े में बांधकर श्रद्धालुओं को सौंपा गया. श्रद्धालुओं ने इसे सिर माथे लिया. लगभग 3000 लोगों ने मानस को सिर माथे रखकर श्रीराम के जयजयकार के नारे लगाये और पूरा माहौल राममय हो गया.

Advertisement

रामचरितमानस के वितरण कार्यक्रम में सीएम विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह

विष्णु देव साय ने कहा कि मैं कांकेर सांसद मोहन मंडावी को रामायणी सांसद कहूंगा, उन्हें हीरो कहूंगा. उन्होंने मानस वितरण को लेकर बहुत अच्छा काम किया है. सांसद मंडावी 2002 से मानस वितरण का कार्य कर रहे हैं. आज उन्होंने 3000 प्रतियां वितरित कर 51 हजार मानस वितरित करने का का पूरा कर लिया है. इससे पहले वे 48 हजार मानस वितरित कर चुके हैं. इसे गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया है.
Advertisement

हर घर तुलसी चौरा हो

मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडावी ने अपना ही नहीं, छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है. उन्होंने 51 हजार परिवारों में मानस पहुंचाने का काम किया है. साथ ही हर घर तुलसी चौरा हो, इसके लिए भी उन्होंने लोगों को प्रोत्साहित किया है. यह बहुत अच्छा काम है. राम चरित मानस के वितरण से बेहतर समाज के निर्माण की दिशा तय होती है. इस कार्य के लिए सांसद मंडावी को बधाई देता हूं. यह कार्य ऐसे शुभ समय में हो रहा है जब 22 तारीख को अयोध्या धाम में श्रीराम की प्राणप्रतिष्ठा होने वाली है. चारों ओर उत्सव का माहौल है. मकर संक्रांति से 22 जनवरी तक मंदिरों में साफसफाई का काम हम लोग कर रहे हैं.

Advertisement
हमारा सौभाग्य है कि छत्तीसगढ़ श्रीराम का ननिहाल है. हमने अयोध्या सुगंधित चावल भेजा है. हमारे डाॅक्टर भी अयोध्या गये हैं ताकि श्रद्धालुओं की सेवा कर सकें. छत्तीसगढ़ में बहुत गहरी खुशी इस अवसर को लेकर है. हमारी सरकार मोदी की गारंटी को पूरा करने कृतसंकल्पित है. हम सभी मानस मंडलियों को सम्मानित करने का काम भी कर रहे हैं.

विष्णु देव साय

मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ सरकार

यह हम सबके लिए गौरव का दिन : डॉ रमन सिंह

विधानसभा अध्यक्ष डाॅ रमन सिंह ने कार्यक्रम में कहा कि अयोध्या धाम में भव्य श्रीराम मंदिर में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा है. यह हम सबके लिए गौरव का दिन है. तुलसी मानस प्रतिष्ठान सांसद मोहन मंडावी ने मानस वितरण का जो कार्य किया है, वो बहुत प्रशंसनीय है. मानस मंडलियों द्वारा श्रीराम के आदर्शों का जिस तरह प्रचार किया जा रहा है. वह प्रशंसनीय है.

कांकेर सांसद मोहन मंडावी ने इस अवसर पर कहा कि हमने 2002 से मानस वितरण आरंभ किया. मैं शिक्षक था और यह कार्य करता था. बाद में भी पद से इस्तीफा देने के बाद काम जारी रखा.

गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के अधिकारियों ने कहा कि मानस के माध्यम से लोगों की जिंदगी बदलने का बड़ा काम श्री मंडावी द्वारा किया गया है जिसका हमने परीक्षण किया है और इसे दर्ज किया है.

यह भी पढ़ें : MP के सीएम ने पटना में यादव समाज को ऐसे साधा, श्रीकृष्ण व गाय पर फोकस, इस्कॉन दर्शन और लिट्‌टी-चोखा भी