MP Election : ग्वालियर में रात-दिन ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं कांग्रेसी, बीजेपी ने कहा 'हमें प्रशासन पर पूरा भरोसा'

ईवीएम की निगरानी करने के लिए स्ट्रांग रूम के बाहर बैठे कांग्रेस के पार्षद सुरेंद्र साहू का कहना है कि जब 2018 में आम चुनाव और फिर 2020 में उप चुनाव हुए थे, तब जहां ईवीएम रखी है उस जगह भी सीसीटीवी कैमरे (CCTV Camera) लगाए गए थे, लेकिन इस बार उसके आसपास के हॉल में ही कैमरे लगे हैं. यह व्यवस्था बदलकर पारदर्शी स्थिति बनाई जानी चाहिए.

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ग्वालियर:

Madhya Pradesh Assembly Election 2023 : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 (MP Assembly Election 2023) को लेकर वोटिंग (Voting in Madhya Pradesh) समाप्त हो चुकी है. ग्वालियर में मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के बाद सभी ईवीएम (EVM) कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ एमएलबी कॉलेज (MLB College Gwalior) में बनाये गए स्ट्रांग रूम (Strong Room) में रखी गई हैं. प्रशासन ने निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन (Election Commission Guideline) के अनुसार थ्री लेयर की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है, लेकिन कांग्रेसी (Congress Party) अभी भी गड़बड़ी की आशंका को लेकर भयभीत है. कांग्रेस ने यहां छोटी एलईडी (LED) लगाने की शिकायत की तो कलेक्टर ने कहा उनकी शिकायत का उचित निराकरण करेंगे. कांग्रेस के कार्यकर्ता ठंड के बावजूद रात-दिन टेंट में बैठकर ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं. जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) का कहना है कि उन्होंने अपने किसी कार्यकर्ता की ड्यूटी नहीं लगाई है. बीजेपी का कहना है कि हमें प्रशासन की निष्पक्षता पर पूरा भरोसा है.

थ्री लेयर सुरक्षा व्यवस्था

ग्वालियर के कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह का दावा है कि ईवीएम की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं. उन्होंने कहा कि इसकी बड़ी ही पारदर्शी व्यवस्था की गई है. एमएलबी कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम के आसपास केंद्रीय सुरक्षा बल के सशस्त्र जवान तैनात हैं. इसके बाहर यानी भवन के चारों तरफ विशेष सशस्त्र बलों की तैनाती है, जबकि परिसर के आसपास जिला पुलिस (District Police) बल तैनात है. परिसर के अंदर किसी को जाने की इजाजत नहीं है, अगर कोई जाएगा तो उसे लॉग बुक (Log Book) में एंट्री करनी होगी. स्ट्रांग रूम में चप्पे-चप्पे पर कैमरे लगे हैं, जिसके फुटेज की चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है. व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए परिसर में ही प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों के लिए भी स्क्रीन लगाई गई हैं जो अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों से अटैच हैं.

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कांग्रेस ने उठाये सवाल

ईवीएम की निगरानी करने के लिए स्ट्रांग रूम के बाहर बैठे कांग्रेस के पार्षद सुरेंद्र साहू का कहना है कि जब 2018 में आम चुनाव और फिर 2020 में उप चुनाव हुए थे, तब जहां ईवीएम रखी है उस जगह भी सीसीटीवी कैमरे (CCTV Camera) लगाए गए थे, लेकिन इस बार उसके आसपास के हॉल में ही कैमरे लगे हैं. यह व्यवस्था बदलकर पारदर्शी स्थिति बनाई जानी चाहिए.

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पार्षद आगे कहते हैं कि यह पहला चुनाव है जिसमें ईवीएम किसी भी स्क्रीन पर नही दिख रही है. कांग्रेस के लोगों का कहना है कि हमारी जीत पक्की है, लेकिन हम प्रशासन से भयभीत हैं. हम यहां बैठे हैं लेकिन हमें ईवीएम नजर नहीं आ रही है, जबकि हमे निगरानी तो उसी की करनी है. 

कांग्रेस नेताओं ने यहां निगरानी कैम्प में प्रत्याशियों के निगरानी दलों को देखने के लिए लगाई गई छोटी टीवी स्क्रीन लगाने पर भी आपत्ति ली है. उनका दावा है कि यहां पहले बड़ी एलईडी लगाई जाती थी लेकिन इस बार काफी छोटी स्क्रीन लगाई गई है.

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कलेक्टर ने क्या कहा? 

ग्वालियर के जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह का कहना है कि हमने पारदर्शिता के लिए हर संभव प्रयास किये हैं. हमने इस बार ज्यादा संख्या में कैमरे और स्क्रीन लगाए हैं. कलेक्टर का कहना है कि अगर किसी से आपत्ति आई तो उसका निराकरण करवा दिया जाएगा. जरूरत होने पर बड़ी एलईडी भी लगवा देंगे.

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