Madhya Pradesh News : मध्यप्रदेश में चुनावी महौल लगातार बनता जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से दूसरी लिस्ट (BJP Candidate List) आने के बाद चर्चाओं का बाजार ज्यादा गरमा गया है. क्योंकि पार्टी हाई कमान ने 3 केंद्रीय मंत्रियों सहित 7 सांसदों को टिकट देने की घोषणा कर दी है. वहीं बीते तीन दिनों में मध्यप्रदेश के सबसे सफल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) दो बार भावुक हो चुके हैं. उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता से ये तक पूछ लिया कि ‘चुनाव लडूं कि नहीं?'. राजनीतिक गलियारे में सीएम शिवराज के इमोशनल दांव की जमकर चर्चा हो रही है.
गृह जिले में CM ने कहा- ‘जब मैं चला जाऊंगा तो याद आऊंगा तुम्हें'
आचार संहिता लगने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ताबड़तोड़ कार्यक्रम कर रहे हैं. कहीं भूमिपूजन तो कहीं लोकार्पण, कहीं सम्मेलन तो कहीं बैठक. इसके अलावा अपने पिटारे से घोषणाएं भी निकाल रहे हैं. इन सबसे साथ ही साथ सीएम इमोशनल कार्ड खेल रहे हैं. एक अक्टूबर को शिवराज सिंह चौहान अपने गृह जिले सीहोर में तेंदुपत्ता संग्राहकों के चरण पादुका कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने पूछा ‘चुनाव लडूं की नहीं लडूं'
वहीं मंगलवार को सीहोर में एक जन सभा के दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर भावुक हो गए. उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से पहले तो पूछा कि उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं? इसके बाद फिर पूछा कि यदि उनको चुनाव लड़ना चाहिए तो क्या उन्हें बुधनी से ही लड़ना चाहिए या नहीं. उनके सावल के बाद बुधनी की सभा में मौजूद कार्यकर्ताओं ने मामा-मामा के नारे लगाकर कहा कि वे चुनाव लड़ें. बाद में सीएम शिवराज ने भी सभी लोगों को प्यारे भांजे बोलकर उनकी इस इच्छा को पूरा करने की बात कही.
पद का कोई लालच नहीं-CM
पिछले हफ्ते खरगोन में एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि उन्हें किसी पद का कोई लालच नहीं है. चौहान ने कहा था कि 'अगर मेरा हाड़-मांस आपके (जनता के) और बच्चों के काम आएं तो मेरा जीवन सफल हो जाएगा.'