"आकाश ने खुद ही नड्डा को पत्र लिखकर टिकट देने से मना किया"- कैलाश विजयवर्गीय

बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय दावा किया है कि उनके विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को स्वविवेक से चिट्ठी लिखकर अनुरोध किया है कि इस विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट दिए जाने पर विचार न किया जाए.

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Madhya Pradesh Assembly Election: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में इंदौर-1 विधानसभा से प्रत्याशी और बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने कई मुद्दों पर खुल कर बात की है. उन्होंने दावा किया कि उनके विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijayvargiya) ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा (J P Nadda) को स्वविवेक से चिट्ठी लिखकर अनुरोध किया है कि इस विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट दिए जाने पर विचार न किया जाए. दरअसल अटकलें हैं कि इंदौर-3 सीट की विधानसभा में नुमाइंदगी करने वाले उनके 39 वर्षीय बेटे का चुनावी टिकट इस बार कट सकता है. ये भी गौरतलब है कि पार्टी ने अभी तक इंदौर-3 से अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है.

कैलाश विजयवर्गीय ने स्थानीय भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं से कहा- हमारे देश के प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) परिवारवाद के खिलाफ हैं. जैसे ही मुझे भाजपा ने चुनावी टिकट दिया, तो आकाश ने राष्ट्रीय अध्यक्ष (जे पी नड्डा) को पत्र लिख दिया कि चूंकि मुझे टिकट दिया गया है,तो उनके टिकट पर विचार नहीं किया जाए.

मोदी के नेतृत्व में ही लड़ेंगे चुनाव

कैलाश ने बताया कि ये आकाश के हृदय की विशालता है कि उसने मुझसे पूछे बिना ये पत्र लिखा.आकाश के समर्थकों द्वारा उन्हें मौजूदा विधानसभा चुनावों में इंदौर-3 से ही दोबारा टिकट देने की मांग पर विजयवर्गीय ने कहा कि यह मांग बताती है कि उनके बेटे इस क्षेत्र में 'बहुत ज्यादा लोकप्रिय'हैं. उन्होंने दावा किया लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या वे आकाश को टिकट दिए जाने की मांग प्रधानमंत्री से करेंगे तो मेरा जवाब होता है कि इसकी कोई जरूरत नहीं है.

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यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) को चुनावी चेहरा घोषित नहीं करके दरकिनार कर दिया है? विजयवर्गीय ने कहा-

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चौहान से मेरी पुरानी मित्रता है पर मध्यप्रदेश समेत विधानसभा चुनाव वाले पांचों राज्यों में रणनीति तय की गई है कि हम भाजपा संगठन के आधार पर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. इस रणनीति पर सवाल खड़ा करने का कोई कारण ही नहीं है.

इसी दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस की पहली सूची के 144 उम्मीदवारों को ‘‘फ्यूज बल्बों की लड़ी'' तंज कसा-फ्यूज बल्बों की लड़ी तमाम प्रयासों के बावजूद नहीं जलती है.  

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