CG Election 2023 : CM भूपेश ने कहा- ED ने मनगढ़ंत आरोप लगाकर BJP को चुनावी मुद्दा दिया, भाजपा का पलटवार- बदनाम सरकार की बदनामी!

Social Media में CM भूपेश बघेल लिखते हैं कि "ये पब्लिक है डॉक्टर साहब! ये सब जानती है. वो देख रही है कि कैसे भाजपा ईडी, आईटी और सीबीआई जैसी एजेंसियों की सहायता से चुनाव लड़ना चाहती है."

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Assemblyelection2023 : छत्तीसगढ़ विधान चुनाव को (CG Assembly Election 2023) कांग्रेस (Congress) और भारतीय जनता पार्टी (BJP), दोनों ही बड़ी पार्टी जोर-शोर से एक-दूसरे पर निशाना साध रही हैं. चुनावी जंग सोशल मीडिया पर भी देखने को मिली रही है. जहां बीजेपी आए दिन कांग्रेस और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) को टारगेट करती रहती है. इसके उलट कांग्रेस और CM भूपेश बघेल भी पलटवार करते है. वे पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह (Dr Raman Singh) के कारनामें गिनाने लगते हैं. हाल ही में एक भूपेश बघेल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट करते हुए, ईडी (ED) को भी अपने घेरे में लिया है. उन्होंने कहा है कि ED ने मनगढ़ंत आरोप लगाकर बीजेपी को चुनावी मुद्दा दिया है.

पहले जानिए CM भूपेश बघेल ने क्या कहा?

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री (Chhattisgarh CM) भूपेश बघेल ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि "ईडी ने एक बार फिर मनगढ़ंत आरोप लगाकर भाजपा को एक चुनावी मुद्दा दिया है. अमित शाह के इशारे पर अबकी बार वे चावल घोटाले की बात कर रहे हैं. रमन सिंह 15 साल मुख्यमंत्री रहे हैं. पर उनके बयान से ज़ाहिर है कि उन्हें कामकाज का अंदाज़ा अभी भी नहीं हुआ है."

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अपनी पोस्ट में सवाल उठाते हुए CM लिखते हैं "कस्टम मिलिंग के चार्ज तो वर्ष 2022-23 से ही बढ़ाए गए हैं यानी अभी एक ही साल का भुगतान हुआ है, तो चार साल के घोटालों का हिसाब कहां से आ गया?"
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ED को ऐसे घेरा

भूपेश बघेल आगे लिखते हैं कि "ईडी ने 10-12 राइस मिलरों से बयान लेकर अनुमान लगा लिया है, अगर एजेंसी 2,200 मिलरों के बयान दर्ज कर ले फिर किसी आंकड़े की बात करे. सरकार को बदनाम करने के लिए आंकड़े जारी न करे."

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रमन सिंह पर भी साधा निशाना

CM भूपेश बघेल पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए लिखते हैं "रमन सिंह जब प्रदेश के मुखिया थे तो हर साल किसानों से खरीदे गए 60-70 लाख टन धान की मिलिंग भी नहीं हो पाती थी. सुखत, चोरी, ब्याज़, संग्रहण केंद्रों के रखरखाव और धान के ख़राब होने से हर साल सैकड़ों करोड़ का नुक़सान होता था."

वे जनता को यह नहीं बताएंगे कि कस्टम मिलिंग की नई प्रणाली शुरु होने के बाद 97 लाख टन धान का उठाव बरसात से पहले ही हो गया और राज्य की 2000 करोड़ रुपयों की बचत हुई है. ईडी झूठे आंकड़े इसीलिए जारी कर रही है जिससे कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा को हथियार मिल सके.

भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

'बीजेपी एजेंसियों की सहायता से चुनाव लड़ना चाहती है'

सोशल मीडिया पोस्ट के अंत में CM बघेल लिखते हैं कि "ये पब्लिक है डॉक्टर साहब! ये सब जानती है. वो देख रही है कि कैसे भाजपा ईडी, आईटी और सीबीआई जैसी एजेंसियों की सहायता से चुनाव लड़ना चाहती है."

BJP का पलटवार, कहा- बदनाम सरकार की बदनामी!

भूपेश बघेल की इस पोस्ट पर छत्तीसगढ़ बीजेपी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से जवाब देते हुए लिखा है कि "बदनाम सरकार की बदनामी! जैसे-जैसे भूपेश सरकार के घोटाले की परत खुलते जा रही है वैसे-वैसे भूपेश बघेल रटा रटाया जवाब देने माइक पकड़ लेते है. प्रदेश की जनता को पता है कि पिछले 5 साल में कांग्रेस सरकार ने जो-जो योजना बनाई उसका उद्देश केवल और केवल भ्रष्टाचार कर पैसे सकेलना था."

'पहले कोयला में मुंह और हाथ दोनों काला किए फिर शराब घोटाले में डूबे'

छत्तीसगढ़ बीजेपी ने आगे लिखा है कि "पहले कोयला में मुंह और हाथ दोनों काला किए फिर शराब घोटाले में डूबे। इससे भी जी नहीं भरा तो डीएमएफ में लूट-पाट किया. जल जीवन योजना में डकैती किया. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में अरबों के चावल की डकैती की. राशन दुकानों के बचत चांवल को बेच खाए. कस्टम मिलिंग में  कमीशनखोरी करने के लिए 40 रुपए प्रति क्विंटल लूट लिए. सभी के प्रमाण मिले है. भूपेश बघेल ने सुप्रीम कोर्ट से याचिका वापस लेकर सिद्ध कर दिया है कि केवल ढोंग कर रहे है."

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