CG Election 2023 : छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा मतदान केंद्र, 15 साल पहले केवल दो लोगों के लिए झोपड़ी में बनाया गया था बूथ

कोरिया जिले के सोनहत ब्लाक के चंदहा ग्राम पंचायत का एक गांव है शेराडांड़. घने जंगलों के बीच इस शेराडांड़ गांव में केवल तीन घर हैं. इन तीन घरों को मिलाकर कुल 5 मतदाता हैं, जिसमें 3 पुरुष और 2 महिला मतदाता हैं.

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कोरिया:

Chhattisgarh Assembly Election 2023 : छतीसगढ़ की पहली विधानसभा भरतपुर सोनहत के शेराडांड़ गांव में केवल पांच मतदाता है, जिनके मतदान के लिए प्रशासन द्वारा यहां मतदान केंद्र बनाया जाएगा. यह मतदान केंद्र छतीसगढ़ का सबसे छोटा मतदान केंद्र है. यह देश के सबसे छोटे मतदान केंद्रों में भी शामिल. 

दो मतदाताओं की वजह से सुर्खियों में आया था यह पोलिंग बूथ

पंद्रह साल पहले 2008 में यह मतदान केंद्र तब सुर्खियों में आया, जब यहां केवल दो मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र एक झोपड़ी में बनाया गया था.

कोरिया जिले के सोनहत ब्लाक के चंदहा ग्राम पंचायत का एक गांव है शेराडांड़. घने जंगलों के बीच इस शेराडांड़ गांव में केवल तीन घर हैं. एक घर में साठ साल के महिपाल राम नामक बुजुर्ग अकेले रहते हैं. दूसरे घर मे रामप्रसाद चेरवा अपनी पत्नी सिंगारो और चार बच्चों के साथ रहते हैं. जबकि तीसरे घर मे दसरु राम अपनी पत्नी सुमित्रा, एक बेटी और एक बेटे के साथ रहते हैं, इनका एक बेटा गांव से बाहर रहकर पढ़ाई करता है.

इन तीन घरों को मिलाकर कुल 5 मतदाता हैं, जिसमें 3 पुरुष और 2 महिला मतदाता हैं.

ये यहां पहली बार करेंगे मतदान

इन तीन परिवार में से दसरू राम यहां पांच साल पहले अपना परिवार लेकर आए हैं. इससे पहले वे जशपुर में रहते थे, वहां से आकर वे यहां बस गए हैं. इस वह और उसकी पत्नी सुमित्रा, शेराडांड़ में पहली बार मतदान करेंगे.

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शेराडांड़ में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान कराने के लिए मतदान दल गांव के पास से निकली मुड़की नदी को पार कर यहां पहुचता है.  

शेराडांड़ का यह मतदान केंद्र क्रमांक 143 भरतपुर सोनहत विधानसभा क्रमांक एक में आता है.  दो हजार आठ से यहां अब तक झोपड़ी तैयार कर मतदान कराया जाता रहा है, लेकिन अब यहां एक पक्के भवन का निर्माण हो गया है. इस बार के चुनाव में मतदान केंद्र पक्के भवन में बनाया गया है.

मतदान दल यहां दो दिन पहले ट्रैक्टर वाहन के माध्यम से पहुंच पाता है. दो रात यहीं रुककर मतदान करवाते हैं. हर बार यहां सौ फीसदी मतदान होता है. इसके अलावा इसी विधानसभा के कांटो में 12 तो रेवला में 23 मतदाता हैं, जो दुर्गम क्षेत्र में हैं. चंदहा से शेराडांड़ तक पांच किलोमीटर तक सड़क और पुल न होने की वजह से आने-जाने में काफी परेशानी होती है.

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