बड़ी खबर : महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द, लोकसभा से विपक्ष का वॉकआउट, जानिए किसने क्या कहा?

Moitra expulsion report : TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, ''जैसा कि अधीर रंजन ने कहा अगर हमने इस रिपोर्ट का संज्ञान लेने के लिए 3-4 दिन का समय दिया होता और फिर सदन के सामने अपनी राय रखी होती तो आसमान नहीं गिर जाता क्योंकि सदन एक बेहद संवेदनशील मामले पर फैसला लेने जा रहा है. क्या आचार समिति की प्रक्रिया प्राकृतिक न्याय के मूल सिद्धांत को खत्म कर सकती है, जो दुनिया की हर न्याय प्रणाली का आयोजन सिद्धांत है? हमने अखबार में जो पढ़ा जिसे अभियुक्त बनाया गया,  उन्हें अपनी अपनी बात रखने का मौका तक नहीं दिया गया, यह कैसी प्रक्रिया है?"

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Breaking News : 'कैश फॉर क्वेरी' मामले (Cash for Query Case) में टीएमसी (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) को लोकसभा से निष्कासित किया गया. सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है. इसको लेकर लोकसभा में ध्वनिमत से प्रस्ताव पारित हुआ. इससे पहले लोकसभा में 12 बजे एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश की गई थी, जिस पर 2 बजे चर्चा हुआ. चर्चा के बाद स्पीकर ने वोटिंग करवाई. लोकसभा में महुआ मोइत्रा को टीएमसी सांसद के रूप में निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित होने के बाद विपक्षी सांसद संसद परिसर से वॉकआउट कर गए. वहीं लोकसभा की कार्यवाही 11 दिसंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. 

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महुआ ने क्या कहा?

लोकसभा सदस्य के रूप में अपने निष्कासन पर महुआ मोइत्रा ने कहा, अगर इस मोदी सरकार ने सोचा कि मुझे चुप कराकर वे इस मुद्दे को खत्म कर देंगे, मैं आपको यह बता दूं कि इस कंगारू कोर्ट ने पूरे भारत को केवल यह दिखाया है कि आपने जो जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग किया है, वह दर्शाता है कि कोई आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है, और आप एक महिला सांसद को समर्पण करने से रोकने के लिए उसे किस हद तक परेशान करेंगे.

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टीएमसी सांसद के रूप में अपने निष्कासन के बाद महुआ मोइत्रा ने कहा, "एथिक्स कमेटी के पास निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है. यह आपके (बीजेपी) अंत की शुरुआत है."

टीएमसी ने क्या कहा?

TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को लेकर जैसे ही लोकसभा में रिपोर्ट पर चर्चा हुई TMC सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने अनुरोध किया कि, महुआ मोइत्रा को सदन के समक्ष अपना पक्ष रखने की अनुमति दी जाए. उन्होंने कहा, "मैं प्रस्ताव रखता हूं, मेरी पार्टी की प्रवक्ता खुद महुआ मोइत्रा होंगी क्योंकि आरोप उनके खिलाफ है. अनर्गल आरोप लगाए गए हैं, चाहे यह सच हो या गलत, इसे उन्हें बोलने दीजिए"

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लोकसभा सदस्य के रूप में TMC सांसद  महुआ मोइत्रा के निष्कासन पर BSP सांसद दानिश अली ने कहा, "मैंने यह पोस्टर इसलिए लगाया है क्योंकि समिति ने अपनी सिफारिश में मेरा भी उल्लेख किया है क्योंकि मैं उन्हें (महुआ मोइत्रा) न्याय दिलाना चाहता हूं."

कांग्रेस ने क्या कहा?

TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, ''जैसा कि अधीर रंजन ने कहा अगर हमने इस रिपोर्ट का संज्ञान लेने के लिए 3-4 दिन का समय दिया होता और फिर सदन के सामने अपनी राय रखी होती तो आसमान नहीं गिर जाता क्योंकि सदन एक बेहद संवेदनशील मामले पर फैसला लेने जा रहा है. क्या आचार समिति की प्रक्रिया प्राकृतिक न्याय के मूल सिद्धांत को खत्म कर सकती है, जो दुनिया की हर न्याय प्रणाली का आयोजन सिद्धांत है? हमने अखबार में जो पढ़ा जिसे अभियुक्त बनाया गया,  उन्हें अपनी अपनी बात रखने का मौका तक नहीं दिया गया, यह कैसी प्रक्रिया है?"

पीएम की करनी कथनी में अंतर क्यों? : अधीर रंजन चौधरी

महुआ मोइत्रा के टीएमसी सांसद पद से निष्कासन पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "यह आधारहीन तथ्यों के आधार पर और बदले की भावना से किया गया है. "वहीं एथिक्स पैनल की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "सदन में इस तरीके की नज़ीर न पेश की जाए. आज की सरकार बदला लेने की राजनीति करती है. प्रधानमंत्री बातें तो अच्छी करते हैं, लेकिन उनकी कथनी और करनी में इतना अंतर क्यों है? अगर न्यायालय भी किसी को फांसी की सज़ा सुनाता है तो उसे बोलने का अवसर दिया जाता है."

TMC सांसद नुसरत जहां ने क्या कहा?

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट लोकसभा में पेश होने पर TMC सांसद नुसरत जहां ने कहा, ''यह इस बारे में नहीं है कि मैं इसे कैसे देखती हूं, मुझे लगता है कि हम सभी इसे उसी तरह देख रहे हैं जिस तरह से इसे देखा जाना चाहिए. क्या यह वास्तव में निष्पक्ष रूप से संचालित किया गया है? यह हमें नहीं पता, क्योंकि महिलाओं के मामले में यह सरकार वास्तव में निष्पक्ष नहीं रही है. हमने रिपोर्ट की हार्ड कॉपी मांगी है. हमारे नेता सुदीप बंद्योपाध्याय ने इसके लिए कहा है. रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद हम एक निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं और जब चर्चा होगी तब हम सभी ने अनुरोध किया है कि महुआ को खुद के लिए बोलने का मौका दिया जाना चाहिए और वह जो भी महसूस करती है उसे कहने का मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि वह इस मामले में सबसे अधिक प्रभावित है.''

केंद्रीय मंत्री ने क्या कहा?

लोकसभा सदस्य के रूप में TMC सांसद महुआ मोइत्रा के निष्कासन पर केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार ने कहा, "एक दिन में उनका (महुआ मोइत्रा) पोर्टल दुनिया की 4 जगहों दिल्ली, बेंगलुरू और देश के बाहर दुबई और अमेरिका से खुलता है और किसके लिए? एक कॉर्पोरेट हाउस और एक व्यापारी के लिए."

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