ईरान पर इजरायल का बड़ा हमला! रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के चीफ और 2 परमाणु वैज्ञानिकों के मारे जाने की खबर

Israel Attacks Iran’s military and nuclear sites: इजरायल ने ईरान के खिलाफ बड़ा अटैक करते हुए उनके के परमाणु संयंत्र और सैन्य स्थलों को निशाना बनाया. इस हमले को इजरायल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन नाम दिया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
इजरायल ने ईरान पर किया हमला

Israel Attacks Iran's military & nuclear sites: तेहरान शुक्रवार की सुबह धमाकों से दहल उठा. दरअसल, इजराइल ने ईरान पर कई हमले किए. इस अटैक को इजरायल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन नाम दिया है. इस दौरान ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर होसैन सलामी, परमाणु वैज्ञानिक मोहम्मद मेहदी तेहरानची और फेरेयदौन अब्बासी की भी मौत की खबर है.

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमलों का लक्ष्य ईरान की न्यूक्लियर प्लांट, परमाणु वैज्ञानिकों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के अलावा शीर्ष सैन्य सुविधाओं को निशाना बनाना था. हमलों के बाद जवाबी हमले की आशंका को देखते हुए इजराइल ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है और आपातकाल का ऐलान कर दिया है.

Advertisement

ईरानी राज्य मीडिया ने इस बात की पुष्टि की है कि इजरायली हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर होसैन सलामी की मौत हो चुकी है. ईरान की तस्नीम न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट है कि इजरायली हमलों में परमाणु वैज्ञानिक मोहम्मद मेहदी तेहरानची और फेरेयदौन अब्बासी की भी मौत हो गई है.

Advertisement

इजरायल ने क्यों किया हमला?

ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को नाकाम करने के उद्देश्य से ऑपरेशन राइजिंग लायन की शुरुआत की घोषणा करते हुए, इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को दावा किया कि उनके देश ने इस्लामिक शासन के परमाणु कार्यक्रम के केंद्र पर हमला किया है, जिसमें नटानज में इसकी मुख्य संवर्धन सुविधा (जहां यूरेनियम को इनरिच किया जाता है) भी शामिल है.

Advertisement

शुक्रवार तड़के नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश में कहा, "कुछ समय पहले, इजरायल ने इजरायल के अस्तित्व के लिए ईरानी खतरे को समाप्त करने के लिए एक लक्षित सैन्य अभियान, ऑपरेशन राइजिंग लायन शुरू किया था. यह ऑपरेशन इस खतरे को दूर करने के लिए जितने दिनों तक चलेगा, जारी रहेगा."

इजरायली प्रधानमंत्री ने दावा किया, "दशकों से, तेहरान के तानाशाहों ने निर्लज्जतापूर्वक, खुले तौर पर, इजरायल के विनाश का आह्वान किया है. उन्होंने परमाणु हथियार विकसित करने के कार्यक्रम के साथ अपने नरसंहार संबंधी बयानबाजी का समर्थन किया है. हाल के सालों में, ईरान ने 9 परमाणु बमों के लिए पर्याप्त उच्च-संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन किया है." 

अमेरिका ने कहा- हमारा हाथ नहीं

दूसरी ओर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शुक्रवार को कहा कि ईरान द्वारा किए गए हमले "एकतरफा" थे और अमेरिका की प्राथमिकता अब क्षेत्र में अमेरिकी बलों की रक्षा करना है.

रुबियो ने कहा कि इजरायल ने कहा कि हमले आत्मरक्षा की भावना से किए गए थे. उन्होंने कहा कि ईरान को अमेरिकी हितों या कर्मियों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए. रुबियो ने कहा, "आज रात, इजरायल ने ईरान के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की. हम ईरान के खिलाफ हमलों में शामिल नहीं हैं और हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता क्षेत्र में अमेरिकी बलों की रक्षा करना है. इजरायल ने हमें सलाह दी कि उनका मानना है कि यह कार्रवाई उसकी आत्मरक्षा के लिए जरूरी थी. राष्ट्रपति ट्रंप और प्रशासन ने हमारी सेनाओं की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं और हमारे क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ निकट संपर्क में बने हुए हैं. मैं स्पष्ट कर दूं कि ईरान को अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना नहीं बनाना चाहिए."

ये भी पढ़ें- Plane Crash: जो विमान क्रैश हुआ वो 11 साल पुराना था, हादसे के बाद यूं मचा कोहराम