छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) में आज भी कई आदिवासी समुदाय जिविका के लिए बांस पर निर्भर हैं. लेकिन आधुनिकता ने आज इन आदिवासी समुदाय की जिविका पर नजर लगा दी है. यही वजह है कि ये लोग अपना पुश्तैनी काम छोड़ने को मजबूर हैं. पारी समुदाय इसका बड़े पैमाने पर शिकार हो रहा है.