उज्जैन (Ujjain) में साल 2028 में प्रस्तावित सिंहस्थ मेले को लेकर बड़ी खबर है. अब उज्जैन के सिंहस्थ मेले में भी हरिद्वार के तर्ज पर न सिर्फ स्थाई निर्माण किया जा सकेगा बल्कि साधु-संत चाहें तो 10 मंजिल तक धर्मशाला, मठ और मंदिर भी बना सकेंगे. इसकी विशेष अनुमति अखाड़ा प्रमुखों की स्वीकृति के बाद जिला प्रशासन द्वारा जारी की जाएगी. ये ऐलान सोमवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने उज्जैन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में की. इससे पहले सिंहस्थ मेला क्षेत्र में स्थाई निर्माण की अनुमति नहीं थी.