NEET के बाद एब UG NAT की परीक्षा दागदार हो गई. हालात कुछ ऐसे बने कि 24 घंटे के अंदर परीक्षा को रद्द करना पड़ गया. 9 लाख से अधिक बच्चों की मेहनत और उसके बाद एग्जाम देना निरर्थक हो गया. एक के बाद एक पेपर लीक और एग्जाम पर सवाल. देश के युवाओं के लिए इससे बड़ी त्रासदी क्या हो सकती है? एक तो नौकरियां नहीं ऊपर से एग्जाम का ये हाल? क्या परीक्षा से जुड़े हमारे तमाम सिस्टम फेल हो चुके हैं? जिम्मेदारी कौन लेगा? साफ-सुथरी परीक्षा कैसे सुनिश्चित होगी?