मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कुछ साल पहले तक मुरैना की गजक बड़ी लोकप्रिय मानी जाती थी.. लेकिन शिवपुरी (Shivpuri) में जिस तरह से कारीगरों ने गजक बनाना शुरू किया और उसकी नई-नई वैरायटी लोगों को जायके के लिए परोसी.. तो शिवपुरी को भी गजक से लोकप्रियता मिलने लगी.. हालांकि यह बात अलग है कि आज भी शिवपुरी में बेची जाने वाली गजक मुरैना की प्रसिद्ध गजक के नाम से ही बेची जाती है.. यूँ तो गजक का व्यापार सीजनल व्यापार है लेकिन कम से कम एक सीजन में यहां 5 से 6 करोड रुपये का न केवल व्यापार होता है.. बल्कि सैकड़ों रोजगार भी पैदा होते हैं.. और मजदूरों को मजदूरी भी मिलती है.. देखिये हमारे संवाददाता अतुल गौर की यह रिपोर्ट..