Aryan sir: पुलिस या जेल की वर्दी पहनने के बाद जहां कर्मचारी अपराध के नियंत्रण और अपराधियों को पकड़े के फर्ज को निभाते देखे जाते हैं, लेकिन मैहर जिले में एक ऐसा भी जेल प्रहरी है जो ड्यूटी से फुर्सत मिलते ही स्कूल का रुख कर लेता है. किताब लेकर चॉक डस्टर के साथ ब्लैकबोर्ड में पढ़ाने लगता है. यह सिलसिला पिछले दो सालों से चल रहा है. बात मैहर में पदस्थ जेल प्रहरी अनिल की है जो इन दिनों बच्चों के बीच ‘आर्यन सर' के नाम से मशहूर हैं.