श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क से भागकर आई ज्वाला चीता और उसके 4 शावकों को जान पर खेलकर पानी पिलाने वाले युवक सत्य नाराण उर्फ सत्तू गुर्जर को विभाग ने वापस नौकरी पर रख लिया है. वन विभाग में चालक पद पर तैनात सत्तू गुर्जर को प्यासी चीता और उसके बच्चो को पानी देने के लिए दंडित करते हुए निलंबित कर दिया था, लेकिन गुर्जर समाज की धमकी के बाद फैसला वापस लेना पड़ा.