सुशासन तिहार के चलते छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सरकार गांवों को डिजिटल कर रही है. लेकिन आधुनिक भारत का एक गांव ऐसा है जहां नेटवर्क रोज थैली पर रस्सी के सहारे टांगा जाता है. सरकार की योजना हो या अन्य कोई कार्य बिना नेटवर्क इस गांव और आसपास के ग्रामीणों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं. दरअसल, छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले का गांव है दबेना. हजार से अधिक की आबादी वाले इस गांव में आज भी मोबाइल नेटवर्क की सुविधा नहीं है. इस गांव ने चार बार सांसद और अविभाजित मध्यप्रदेश शासन काल मे वन मंत्री भी दिए लेकिन गांव को नेटवर्क नहीं मिल सका. स्थिति यह है कि गांव में सरकारी हो या अन्य कोई कार्य, सभी मुसीबत बन चुके है.