जबलपुर (Jabalpur) के रहने वाले अरुण कांत (Arun Kant) श्री राम (Sri Ram) की लीला का जीता जागता और स्वस्थ उदाहरण हैं डिप्रेशन (Depression) के मरीज रहे अरुण के जीवन को बचाने में दवाओं से ज्यादा राम नाम ने काम किया डिप्रशन के दौरान उन्हें राम नाम लिखने की प्रेरणा मिली जिसके बाद उन्होंने डायरी में राम नाम लिखना शुरू किया जिसके बाद धीरे-धीरे उनकी स्वास्थ पटरी पर आने लगा अब राम-सिया का नाम लिखकर वे तरह-तरह की कलाकारियां करते हैं.