कभी गुलजार रहने वाला, हरियाली से भरपूर छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले का इकलौता बड़ा ऑक्सीजोन कहा जाने वाला इंदिरा उद्यान (Indira Garden) आज वीरानी और बदहाली की मार झेल रहा है. 1200 हेक्टेयर में फैले इस हरित क्षेत्र को वन विभाग (Forest Department) की उदासीनता ने एक अंधेरे कोने में धकेल दिया है. जहां कभी सुकून की तलाश में लोग आते थे, वहां अब शराबखोरी, अय्याशी और रात की आवारगी हावी हो गई है. स्थानीय रहवासी अब उद्यान की इस दुर्दशा से न सिर्फ नाराज हैं, बल्कि रोजाना हो रहे अतिक्रमण को लेकर गहरी चिंता में भी हैं.