कांकेर (Kanker) में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की जीवन रेखा कही जाने वाली महानदी सहित तीन नदियों के संगम के तट पर बसा प्राचीन शिव मंदिर (Shiv Temple) का इतिहास (History) बेहद पुराना है. कहा जाता है कि भगवान शिव ने महानदी में दर्शन दिए थे। जिसे बैल गाड़ी की मदद से ले जाया जा रहा था लेकिन बैलगाड़ी इस शिवलिंग का भार नहीं उठा पाई और बैलगाड़ी के दोनों पहिये टूट गए। भगवान शिव आज भी लोगों की मनोकामनाओं को पूरा कर रहे हैं। आस्था के इस मंदिर में साल में दो बार मेला लगता है।