Chandrayaan-3 आज चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर उतरकर इतिहास रचने के लिए पूरी तरह तैयार है। Chandrayaan-3 को बनने में 3 साल का वक्त लगा है। ISRO के वैज्ञानिक Covid के दौरान भी इस project पर काम कर रहे थे। लगभग 1000 वैज्ञानिकों की टीम ने मिल कर Chandrayaan को बनाया है।