बैतूल में आदिवासी ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट के पास "नींद हराम" आंदोलन शुरू किया है. सैकड़ों ग्रामीण, शाहपुर, घोड़ाडोंगरी और पिचौली ब्लॉक से आए हैं. उन्होंने पारंपरिक ढोल-ताशे बजाकर और राशन-लकड़ी लेकर प्रदर्शन किया. उनकी मांगें हैं: वन भूमि का पट्टा, पानी, बिजली, और सड़कें. ग्रामीणों का कहना है कि वे लंबे समय से वन भूमि पर काबिज हैं, लेकिन पट्टा नहीं मिला. पानी की समस्या और स्कूल जाने में भी दिक्कतें हैं. प्रशासन ने समस्याओं को हल करने का आश्वासन दिया है, लेकिन जब तक मांगें नहीं मानी जातीं, ग्रामीण अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे.