यूपीएससी (UPSC) सिविल सर्विसेज। एक ऐसा सपना, जो एक खास उम्र वर्ग का सबसे अपना होता है। सिविल सर्वेंट बनने की चाहत। ब्यूरोक्रैट बनकर दबदबे की चाहत। लेकिन क्या यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम में खोट है? इसके चक्कर में देश की युवा ऊर्जा व्यर्थ हो रही है? जाने-माने इकोनोमिस्ट संजीव सान्याल ने कुछ ऐसा ही कहा है। सान्याल इस एग्जाम के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इस एग्जाम के नाम पर 5-7 साल अपनी ऊर्जा को व्यर्थ करना गलत मानते हैं।