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Indian Constitution Day 2024

'Indian Constitution Day 2024' - 7 News Result(s)
  • Human Rights Day 2024: खास व्यक्ति ही नहीं, हर कोई मांग सकता है शरण, क्या कहते हैं मानवाधिकार?

    Human Rights Day 2024: खास व्यक्ति ही नहीं, हर कोई मांग सकता है शरण, क्या कहते हैं मानवाधिकार?

    Human Rights Day: मानवाधिकार वे अधिकार हैं जो किसी भी व्यक्ति को जन्म के साथ ही मिल जाते हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो किसी भी व्यक्ति के जीवन, स्वतंत्रता, समानता और प्रतिष्ठा का अधिकार ही मानव अधिकार है. प्रत्येक प्राणी की एक गरिमा होती है, इस कारण वह अपने आप में बहुमूल्य है, और मनुष्य होने के नाते उसे गरिमामय जीवन जीने का पूरा अधिकार है, इसलिए पैदा होते ही प्रकृति उसे वे सब अधिकार प्रदान करती है जो एक मानव जाति के अस्तित्व के लिये ज़रूरी हैं.

  • महापरिनिर्वाण दिवस: डॉ बीआर अम्बेडकर और संविधान

    महापरिनिर्वाण दिवस: डॉ बीआर अम्बेडकर और संविधान

    Mahaparinirvan Diwas 2024: आज डॉ बीआर अम्बेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस है. समाज का एक बड़ा तबका उन्हें भारतीय संविधान का निर्माता मानता है. वहीं एक और बात बहुत प्रचलित है कि भारतीय संविधान विदेशी संविधानों की नकल है. ऐसा कहने वाले संविधान निर्माण में अम्बेडकर की भूमिका को कम करके दर्शाना चाहते हैं. ऐसे भ्रमों को स्वयं अम्बेडकर ने दूर किया है. आइए जानते हैं संविधान निर्माण में उनकी भूमिका और इससे जुड़ी उनकी चिंताओं के बारे में.

  • MP के इस जिले तक कैसे पहुंची भारतीय संविधान की मूल प्रति, राजेंद्र-नेहरू-आंबेडकर सहित 284 सदस्यों के हैं हस्ताक्षर

    MP के इस जिले तक कैसे पहुंची भारतीय संविधान की मूल प्रति, राजेंद्र-नेहरू-आंबेडकर सहित 284 सदस्यों के हैं हस्ताक्षर

    Constitution Day 2024: भारतीय संविधान तो हमारी संसद का हिस्सा है, लेकिन इस संविधान का ग्वालियर से भी एक भावनात्मक रिश्ता है. इसकी एक मूल प्रति आज भी यहां सुरक्षित रखी हुई है, जिसमें संविधान सभा के 284 सदस्यों के मूल हस्ताक्षर मौजूद हैं.

  • संविधान सभा में बोले गए थे 36 लाख शब्द, क्या है भारतीय संविधान? जानिए इसका सफर

    संविधान सभा में बोले गए थे 36 लाख शब्द, क्या है भारतीय संविधान? जानिए इसका सफर

    Constitution Day Of India 2024: संविधान सभा की कार्यवाही पर कुल व्यय और उसके दर्शक 26 नवम्बर 1949 को, जिस दिन संविधान सभा में संविधान को अंगीकार किया गया, उस दिन डाॅ राजेन्द्र प्रसाद ने संविधान सभा को बताया कि लगभग तीन साल तक चली संविधान सभा की प्रक्रिया पर कुल 63,96,721 रुपये का व्यय आया. जब संविधान बन रहा था, तब लगभग 53 हज़ार लोगों ने दर्शक दीर्घा से उस प्रक्रिया को देखा. हाथ से लिखे गये इस दस्तावेज में कहीं भी कोई गलती नहीं है, यहां तक कि स्याही का कोई अतिरिक्त बिंदु भी नहीं गिरा दिखाई देगा.

  • संविधान की सफलता के सूत्र

    संविधान की सफलता के सूत्र

    संविधान सभा में भारत के संविधान को सफल बनाने के लिए जो सूत्र दिए गये थे, उनको जानना और समझना बहुत जरूरी है. खासकर उन लोगों को ये सूत्र जानना चाहिए, जो संवैधानिक मूल्यों को जाने-समझे बिना, संविधान का विश्लेषण करते हैं या फिर संविधान को खारिज करने का अभियान चलाते हैं.

  • संविधान दिवस : मनसा वाचा कर्मणा में हों संवैधानिक मूल्य

    संविधान दिवस : मनसा वाचा कर्मणा में हों संवैधानिक मूल्य

    संवैधानिक मूल्य हमें सही और ग़लत में फर्क करना सिखाते हैं. संवैधानिक मूल्य की जिम्मेदारी और पालन देखें, तब समझ आता है कि, यह हमारी नैतिकता पर निर्भर करता है. कई बार हमारा आचरण, व्यवहार और कार्य में संवैधानिक मूल्यों का पालन‌ नजर नहीं आता, जिससे संवैधानिक मूल्यों को क्षति पहुंचती है.

  • Constitution Day 2024: "हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान", MP में चलेगा विशेष अभियान

    Constitution Day 2024: "हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान", MP में चलेगा विशेष अभियान

    Constitution Day Of India 2024: मध्य प्रदेश में संविधान के स्थापना दिवस 26 नवम्बर 2024 को मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा. इस कार्यक्रमों में जन-प्रतिनिधि नागरिकों के बीच संविधान की प्रस्तावना को पढ़ेंगे. इसी दिन प्रदेश भर की ग्राम पंचायतों में भी सामुहिक रूप से संविधान प्रस्तावना का वाचन किया जायेगा.

'Indian Constitution Day 2024' - 7 News Result(s)
  • Human Rights Day 2024: खास व्यक्ति ही नहीं, हर कोई मांग सकता है शरण, क्या कहते हैं मानवाधिकार?

    Human Rights Day 2024: खास व्यक्ति ही नहीं, हर कोई मांग सकता है शरण, क्या कहते हैं मानवाधिकार?

    Human Rights Day: मानवाधिकार वे अधिकार हैं जो किसी भी व्यक्ति को जन्म के साथ ही मिल जाते हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो किसी भी व्यक्ति के जीवन, स्वतंत्रता, समानता और प्रतिष्ठा का अधिकार ही मानव अधिकार है. प्रत्येक प्राणी की एक गरिमा होती है, इस कारण वह अपने आप में बहुमूल्य है, और मनुष्य होने के नाते उसे गरिमामय जीवन जीने का पूरा अधिकार है, इसलिए पैदा होते ही प्रकृति उसे वे सब अधिकार प्रदान करती है जो एक मानव जाति के अस्तित्व के लिये ज़रूरी हैं.

  • महापरिनिर्वाण दिवस: डॉ बीआर अम्बेडकर और संविधान

    महापरिनिर्वाण दिवस: डॉ बीआर अम्बेडकर और संविधान

    Mahaparinirvan Diwas 2024: आज डॉ बीआर अम्बेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस है. समाज का एक बड़ा तबका उन्हें भारतीय संविधान का निर्माता मानता है. वहीं एक और बात बहुत प्रचलित है कि भारतीय संविधान विदेशी संविधानों की नकल है. ऐसा कहने वाले संविधान निर्माण में अम्बेडकर की भूमिका को कम करके दर्शाना चाहते हैं. ऐसे भ्रमों को स्वयं अम्बेडकर ने दूर किया है. आइए जानते हैं संविधान निर्माण में उनकी भूमिका और इससे जुड़ी उनकी चिंताओं के बारे में.

  • MP के इस जिले तक कैसे पहुंची भारतीय संविधान की मूल प्रति, राजेंद्र-नेहरू-आंबेडकर सहित 284 सदस्यों के हैं हस्ताक्षर

    MP के इस जिले तक कैसे पहुंची भारतीय संविधान की मूल प्रति, राजेंद्र-नेहरू-आंबेडकर सहित 284 सदस्यों के हैं हस्ताक्षर

    Constitution Day 2024: भारतीय संविधान तो हमारी संसद का हिस्सा है, लेकिन इस संविधान का ग्वालियर से भी एक भावनात्मक रिश्ता है. इसकी एक मूल प्रति आज भी यहां सुरक्षित रखी हुई है, जिसमें संविधान सभा के 284 सदस्यों के मूल हस्ताक्षर मौजूद हैं.

  • संविधान सभा में बोले गए थे 36 लाख शब्द, क्या है भारतीय संविधान? जानिए इसका सफर

    संविधान सभा में बोले गए थे 36 लाख शब्द, क्या है भारतीय संविधान? जानिए इसका सफर

    Constitution Day Of India 2024: संविधान सभा की कार्यवाही पर कुल व्यय और उसके दर्शक 26 नवम्बर 1949 को, जिस दिन संविधान सभा में संविधान को अंगीकार किया गया, उस दिन डाॅ राजेन्द्र प्रसाद ने संविधान सभा को बताया कि लगभग तीन साल तक चली संविधान सभा की प्रक्रिया पर कुल 63,96,721 रुपये का व्यय आया. जब संविधान बन रहा था, तब लगभग 53 हज़ार लोगों ने दर्शक दीर्घा से उस प्रक्रिया को देखा. हाथ से लिखे गये इस दस्तावेज में कहीं भी कोई गलती नहीं है, यहां तक कि स्याही का कोई अतिरिक्त बिंदु भी नहीं गिरा दिखाई देगा.

  • संविधान की सफलता के सूत्र

    संविधान की सफलता के सूत्र

    संविधान सभा में भारत के संविधान को सफल बनाने के लिए जो सूत्र दिए गये थे, उनको जानना और समझना बहुत जरूरी है. खासकर उन लोगों को ये सूत्र जानना चाहिए, जो संवैधानिक मूल्यों को जाने-समझे बिना, संविधान का विश्लेषण करते हैं या फिर संविधान को खारिज करने का अभियान चलाते हैं.

  • संविधान दिवस : मनसा वाचा कर्मणा में हों संवैधानिक मूल्य

    संविधान दिवस : मनसा वाचा कर्मणा में हों संवैधानिक मूल्य

    संवैधानिक मूल्य हमें सही और ग़लत में फर्क करना सिखाते हैं. संवैधानिक मूल्य की जिम्मेदारी और पालन देखें, तब समझ आता है कि, यह हमारी नैतिकता पर निर्भर करता है. कई बार हमारा आचरण, व्यवहार और कार्य में संवैधानिक मूल्यों का पालन‌ नजर नहीं आता, जिससे संवैधानिक मूल्यों को क्षति पहुंचती है.

  • Constitution Day 2024: "हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान", MP में चलेगा विशेष अभियान

    Constitution Day 2024: "हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान", MP में चलेगा विशेष अभियान

    Constitution Day Of India 2024: मध्य प्रदेश में संविधान के स्थापना दिवस 26 नवम्बर 2024 को मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा. इस कार्यक्रमों में जन-प्रतिनिधि नागरिकों के बीच संविधान की प्रस्तावना को पढ़ेंगे. इसी दिन प्रदेश भर की ग्राम पंचायतों में भी सामुहिक रूप से संविधान प्रस्तावना का वाचन किया जायेगा.

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