Bastar Journalism
- सब
- ख़बरें
-
ठहाकों का साथी,सच्चाई का सिपाही और बस्तर का बेटा था मुकेश चंद्राकर
- Sunday January 5, 2025
- अनुराग द्वारी
मुकेश चंद्राकर- एक ऐसा नाम जो बस्तर की बुलंद आवाज़ थे. उनमें बस्तर की आत्मा बसती थी. वे खबरों की रिपोर्ट नहीं करते थे बल्कि उसमें बस्तर की पीड़ा होती थी. बस्तर के संघर्ष के वे चश्मदीद गवाह होते थे. तभी तो जब सरकार और सुरक्षाबल थक-हार गए थे तब मुकेश उनके लिए ताकत बन कर खड़े हुए थे. इसी का परिणाम पूरी दुनिया ने तब देखा जब वो नक्सलियों के कब्जे से CRPF के कमांडो को छुड़ा लाए थे. इस रिपोर्ट में पढ़िए उनके पत्रकार साथियों की जुबानी उनकी कहानी.
- mpcg.ndtv.in
-
ठहाकों का साथी,सच्चाई का सिपाही और बस्तर का बेटा था मुकेश चंद्राकर
- Sunday January 5, 2025
- अनुराग द्वारी
मुकेश चंद्राकर- एक ऐसा नाम जो बस्तर की बुलंद आवाज़ थे. उनमें बस्तर की आत्मा बसती थी. वे खबरों की रिपोर्ट नहीं करते थे बल्कि उसमें बस्तर की पीड़ा होती थी. बस्तर के संघर्ष के वे चश्मदीद गवाह होते थे. तभी तो जब सरकार और सुरक्षाबल थक-हार गए थे तब मुकेश उनके लिए ताकत बन कर खड़े हुए थे. इसी का परिणाम पूरी दुनिया ने तब देखा जब वो नक्सलियों के कब्जे से CRPF के कमांडो को छुड़ा लाए थे. इस रिपोर्ट में पढ़िए उनके पत्रकार साथियों की जुबानी उनकी कहानी.
- mpcg.ndtv.in