Paris Olympic: फाइनल में पहुंची विनेश फोगाट, भारत के लिए एक और मेडल हुआ पक्का

Vinesh Phogat Wrestling: विनेश ओलंपिक में मेडल जीतने वाली दूसरी महिला पहलवान बन जाएगी. आपको बता दें कि इससे पहले सिर्फ साक्षी मलिक ही ऐसी भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने ओलंपिक में मेडल जीतने का कारनामा किया था. साक्षी मलिक ने 2016 के रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.

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Vinesh Phogat Wrestling Match Today:  भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने मंगलवार को पेरिस ओलंपिक में एक बार फिर से इतिहास रच दिया है. दरअसल, उन्होंने रेसलिंग में महिला वर्ग के 50 किलोग्राम के प्रतिस्पर्धा में क्यूबा की लोपेज गजमन को हराकर फाइनल में जगह बना ली है. इसके साथ ही भारत का पेरिस ओलंपिक में एक और मेडल पक्का हो गया है. वहीं, इस उपलब्धि के साथ ही विनेश ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली महिला रेसलर बन गई है. 

 इसके साथ ही विनेश ओलंपिक में मेडल जीतने वाली दूसरी महिला पहलवान बन जाएगी. आपको बता दें कि इससे पहले सिर्फ साक्षी मलिक ही ऐसी भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने ओलंपिक में मेडल जीतने का कारनामा किया था. साक्षी मलिक ने 2016 के रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.हालांकि, पेरिस ओलंपिक विनेश फोगाट का तीसरा ओलंपिक है. इससे पहले वह 2016 में रियो और 2021 में टोक्यो ओलंपिक में भी हिस्सा ले चुकी हैं. हालांकि,तब उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था. दोनों ओलंपिक में वह क्वार्टर फाइनल तक ही पहुंच पाई थीं. 

इससे पहले विनेश ने प्री क्वार्टर फाइनल मैच में जापान की ओलम्पिक चैंपियन पहलवान युई सुसाकी के खिलाफ बड़ा उलटफेर करते हुए 3-2 से रोमांचक अंदाज में मात दी. इसके बाद उन्होंने यूक्रेन की ओकसाना लिवाच के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबला 7-5 से जीता और सेमीफाइनल में जगह बनाई.

प्री क्वार्टर फाइनल मैच में फोगाट पहले राउंड में 0-1 से पीछे चल रही थींं, लेकिन अंतिम 30 सेकंड में 2 पॉइंट के साथ स्थिति को अपने पक्ष में कर लिया. भारतीय खिलाड़ी अधिकांश मैच में रक्षात्मक थी, लेकिन बाद के चरण में उसने चैंप-डी-मार्स एरेना में जीत हासिल करने के लिए खुद को पूरी तरह से झोंक दिया.

सुसाकी के खिलाफ ये मुकाबला आसान नहीं था. ये जापान की दिग्गज खिलाड़ी मौजूदा विश्व चैंपियन और टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता हैं. वह महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल में सबसे मजबूत दावेदार रही हैं और उन्होंने एक भी अंक गंवाए बिना टोक्यो में स्वर्ण पदक जीता था. गौरतलब है कि 2010 के बाद से सुसाकी केवल पांच मुकाबला हारी हैं.

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इसके बाद विनेश का मुकाबला क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की ओक्साना लिवाच से हुआ. उन्होंने शुरुआत में ही अपने दांव से 2-0 की बढ़त ले ली. 3 मिनट का पहला राउंड पूरा होने के बाद विनेश ने 4-0 की बढ़त हासिल की. इसके बाद यूक्रेन की खिलाड़ी ने वापसी की, लेकिन विनेश ने लगातार दबाव बनाए रखा और मुकाबला 7-5 से जीतकर दमदार अंदाज में सेमीफाइनल में जगह बनाई.

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ये विनेश का तीसरा ओलंपिक हैं. 2016 के रियो ओलंपिक में वह चोट के कारण मामूली अंतर से कांस्य पदक जीतने से चूक गईं. टोक्यो ओलंपिक में, वह 53 किग्रा क्वार्टर फाइनल में वेनेसा कलादज़िंस्काया से हार गईं थी. 

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