Tourist Places Bastar: बेहद खूबसूरत हैं बस्तर के ये जलप्रपात, इसे देख लिया तो जाने से खुद को नहीं रोक पाओगे

Chhattisgarh Tourist Places: देशभर में नक्सलवाद के नाम से चर्चित छत्तीसगढ़ का बस्तर अपनी खूबसूरत वादियों के लिए भी मशहूर है. यहां दर्जनों ऐसे जल प्रपात हैं जो बेहद चर्चित है और पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं. बीहड़, पहुंचविहीन होने के बाद भी प्रकृति प्रेमी यहां पहुंच खूबसूरत झरनों, वादियों का आनंद लेते हैं.

  • हांदावाड़ा जल प्रपात- दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ में खूबसूरत हांदावाड़ा जल प्रपात स्थित है. यहां पहुंचने की राह आसान नहीं है. हांदावाड़ा जल प्रपात तक पहुंचने पक्की सड़क भी नहीं है. बारिश के दिनों में यह जल प्रपात अपनी अलौकिक छटा बिखेरता है. बाहुबली मूवी की शूटिंग की अफवाह उड़ी थी, इसलिए इसे बाहुबली जल प्रपात के नाम से भी जाना जाता है.
    हांदावाड़ा जल प्रपात- दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ में खूबसूरत हांदावाड़ा जल प्रपात स्थित है. यहां पहुंचने की राह आसान नहीं है. हांदावाड़ा जल प्रपात तक पहुंचने पक्की सड़क भी नहीं है. बारिश के दिनों में यह जल प्रपात अपनी अलौकिक छटा बिखेरता है. बाहुबली मूवी की शूटिंग की अफवाह उड़ी थी, इसलिए इसे बाहुबली जल प्रपात के नाम से भी जाना जाता है.
  • Advertisement
  • तीरथगढ़- तीरथगढ़ जल प्रपात बस्तर के कांगेर घाटी नेशनल पार्क में स्थित है. इस जल प्रपात की खास बात है कि इसमें पानी सीढ़ी नुमा आकार में नीचे गिरता है. अभी ठंड के समय पानी का रंग सफेद मोतियों की तरह दिखता है, जो बेहद आकर्षण का केंद्र है.
    तीरथगढ़- तीरथगढ़ जल प्रपात बस्तर के कांगेर घाटी नेशनल पार्क में स्थित है. इस जल प्रपात की खास बात है कि इसमें पानी सीढ़ी नुमा आकार में नीचे गिरता है. अभी ठंड के समय पानी का रंग सफेद मोतियों की तरह दिखता है, जो बेहद आकर्षण का केंद्र है.
  • नीलम सरई जल प्रपात-  बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक में सोढ़ी पारा से लगभग 7 किमी दूर तीन पहाड़ियों की चढ़ाई को पार कर यहां पहुंचा जा सकता है. नीलम सरई जलप्रपात तक का सफर ट्रैकिंग के लिए ही माना जाता है. बस्तर की हसीन वादियों के बीच ट्रैकिंग करने वालों के लिए यहां का सफर रोमांच भरा होता है.
    नीलम सरई जल प्रपात- बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक में सोढ़ी पारा से लगभग 7 किमी दूर तीन पहाड़ियों की चढ़ाई को पार कर यहां पहुंचा जा सकता है. नीलम सरई जलप्रपात तक का सफर ट्रैकिंग के लिए ही माना जाता है. बस्तर की हसीन वादियों के बीच ट्रैकिंग करने वालों के लिए यहां का सफर रोमांच भरा होता है.
  • झारालावा जल प्रताप - छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के झिरका के जंगल में खूबसूरत झारालावा जल प्रपात स्थित है. जानकार बताते हैं कि यह बस्तर का पहला ऐसा जल प्रपात है जिसके पास जाने से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस काम करना बंद कर देता है. जिसकी मुख्य वजह यहां स्थित चट्टानों की चुम्बकीय शक्ति है. इस जल प्रपात तक पहुंचने के लिए कोई सुगम रास्ता भी नहीं है. कुछ दूर बाइक से फिर कई किमी तक पैदल चलना पड़ता है.
    झारालावा जल प्रताप - छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के झिरका के जंगल में खूबसूरत झारालावा जल प्रपात स्थित है. जानकार बताते हैं कि यह बस्तर का पहला ऐसा जल प्रपात है जिसके पास जाने से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस काम करना बंद कर देता है. जिसकी मुख्य वजह यहां स्थित चट्टानों की चुम्बकीय शक्ति है. इस जल प्रपात तक पहुंचने के लिए कोई सुगम रास्ता भी नहीं है. कुछ दूर बाइक से फिर कई किमी तक पैदल चलना पड़ता है.
  • Advertisement
  • नंबी जल प्रपात- बीजापुर जिले के उसूर ग्राम से 8 किमी पूर्व की ओर नंबी गांव में नंबी जल प्रपात है. धरती की सतह से लगभग 300 फीट की उंचाई से जलधारा गिरती है.  बताया जाता है यह बस्तर की सबसे ऊंची जलधारा है.
    नंबी जल प्रपात- बीजापुर जिले के उसूर ग्राम से 8 किमी पूर्व की ओर नंबी गांव में नंबी जल प्रपात है. धरती की सतह से लगभग 300 फीट की उंचाई से जलधारा गिरती है. बताया जाता है यह बस्तर की सबसे ऊंची जलधारा है.
  • चित्रकोट वाटरफॉल- इस जलप्रपात को  एशिया का नियाग्रा कहा जाता है.  जगदलपुर से  39 किमी की दूरी पर है. जल प्रपात का आकार घोड़े की नाल की तरह है. यहां इंद्रावती नदी का पानी लगभग 90 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है. वाटर फॉल के नीचे एक छोटी सी गुफा में चट्टानों के बीच शिवलिंग स्थित है.
    चित्रकोट वाटरफॉल- इस जलप्रपात को एशिया का नियाग्रा कहा जाता है. जगदलपुर से 39 किमी की दूरी पर है. जल प्रपात का आकार घोड़े की नाल की तरह है. यहां इंद्रावती नदी का पानी लगभग 90 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है. वाटर फॉल के नीचे एक छोटी सी गुफा में चट्टानों के बीच शिवलिंग स्थित है.