Atal Setu: 2 घंटे का सफर 20 मिनट में.. एशिया का सबसे लंबा समुद्री पुल अटल सेतु क्यों है खास?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार, 12 जनवरी को समुद्र पर बने देश के सबसे लंबे अटल बिहारी वाजपेयी शिवडी-न्हावाशेवा अटल सेतु (MTHL) का उद्‌घाटन करेंगे. एमटीएचएल के खुलने से मुंबई से नवी मुंबई केवल 20 मिनट में पहुंचना संभव होगा.

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार, 12 जनवरी को समुद्र पर बने देश के सबसे लंबे अटल बिहारी वाजपेयी शिवडी-न्हावाशेवा अटल सेतु (MTHL) का उद्‌घाटन करेंगे. MTHL के खुलने से मुंबई से नवी मुंबई केवल 20 मिनट में पहुंच सकते हैं. (फोटो क्रेडिट-एक्स)
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार, 12 जनवरी को समुद्र पर बने देश के सबसे लंबे अटल बिहारी वाजपेयी शिवडी-न्हावाशेवा अटल सेतु (MTHL) का उद्‌घाटन करेंगे. MTHL के खुलने से मुंबई से नवी मुंबई केवल 20 मिनट में पहुंच सकते हैं. (फोटो क्रेडिट-एक्स)
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  • अटल सेतु के निर्माण में कुल 17,840 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. ये लगभग 21.8 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला पुल है. जिसका 16.5 किलोमीटर का हिस्सा समुद्र के ऊपर है और 5.5 किलोमीटर जमीन पर है. (फोटो क्रेडिट-एक्स- Devendra Fadnavis)
    अटल सेतु के निर्माण में कुल 17,840 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. ये लगभग 21.8 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला पुल है. जिसका 16.5 किलोमीटर का हिस्सा समुद्र के ऊपर है और 5.5 किलोमीटर जमीन पर है. (फोटो क्रेडिट-एक्स- Devendra Fadnavis)
  • MTHL को बनाने में लगभग 177,903 मीट्रिक टन स्टील और 504,253 मीट्रिक टन सीमेंट का इस्तेमाल किया गया है. (फोटो क्रेडिट-एक्स- Devendra Fadnavis)
    MTHL को बनाने में लगभग 177,903 मीट्रिक टन स्टील और 504,253 मीट्रिक टन सीमेंट का इस्तेमाल किया गया है. (फोटो क्रेडिट-एक्स- Devendra Fadnavis)
  • अटल सेतु भारत का सबसे लंबा पुल है. साथ ही ये एशिया का सबसे लंबा समुद्री पुल भी है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस पुल से हर दिन 70,000 से ज्यादा गाड़ियां गुजरेंगी. (फोटो क्रेडिट-एक्स- Devendra Fadnavis)
    अटल सेतु भारत का सबसे लंबा पुल है. साथ ही ये एशिया का सबसे लंबा समुद्री पुल भी है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस पुल से हर दिन 70,000 से ज्यादा गाड़ियां गुजरेंगी. (फोटो क्रेडिट-एक्स- Devendra Fadnavis)
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  • MTHL का निर्माण 10 देशों के एक्सपर्ट और 15,000 स्किल्ड वर्कर्स की मदद से तैयार किया गया है. अत्याधुनिक तकनीक से बना ये ब्रिज भूकंप के झटकों और समुद्र की तेज लहरों के बीच 100 साल तक खड़े रहने में सक्षम है. वहीं निर्माण के दौरान पर्यावरण और समुद्री जीवों का ख्याल रखा गया है. (फोटो क्रेडिट-एक्स)
    MTHL का निर्माण 10 देशों के एक्सपर्ट और 15,000 स्किल्ड वर्कर्स की मदद से तैयार किया गया है. अत्याधुनिक तकनीक से बना ये ब्रिज भूकंप के झटकों और समुद्र की तेज लहरों के बीच 100 साल तक खड़े रहने में सक्षम है. वहीं निर्माण के दौरान पर्यावरण और समुद्री जीवों का ख्याल रखा गया है. (फोटो क्रेडिट-एक्स)
  • इस सेतू से यात्रा करने पर टोल 250 रुपये प्रति कार तय किया गया है. वापसी के दौरान टोल  डेढ़ गुना देना पड़ेगा. यानी 370 रुपये लगेगा. वहीं कार के लिए दैनिक पास लेने पर 625 रुपये और मासिक पास की कीमत 12,500 रुपये होगी. (फोटो क्रेडिट-एक्स- Devendra Fadnavis)
    इस सेतू से यात्रा करने पर टोल 250 रुपये प्रति कार तय किया गया है. वापसी के दौरान टोल डेढ़ गुना देना पड़ेगा. यानी 370 रुपये लगेगा. वहीं कार के लिए दैनिक पास लेने पर 625 रुपये और मासिक पास की कीमत 12,500 रुपये होगी. (फोटो क्रेडिट-एक्स- Devendra Fadnavis)
  • ये  पुल मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की दूरी को कम करेगा. साथ ही मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत तक यात्रा के समय को भी कम करेगा. इससे मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा. दरअसल, ट्रैफिक की समस्या के चलते मुबंई और नवी मुबंई के बीच यात्रा करने में लगभग दो घंटे का समय लगता हैं. वहीं इस पुल के शुरू हो जोने के बाद इस दूरी को लगभग 20 मिनट में तय किया जा सकेगा. (फोटो क्रेडिट-एक्स- Devendra Fadnavis)
    ये पुल मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की दूरी को कम करेगा. साथ ही मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत तक यात्रा के समय को भी कम करेगा. इससे मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा. दरअसल, ट्रैफिक की समस्या के चलते मुबंई और नवी मुबंई के बीच यात्रा करने में लगभग दो घंटे का समय लगता हैं. वहीं इस पुल के शुरू हो जोने के बाद इस दूरी को लगभग 20 मिनट में तय किया जा सकेगा. (फोटो क्रेडिट-एक्स- Devendra Fadnavis)
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  • MTHL पर चार पहिया वाहनों के लिए अधिकतम 100 किमी प्रति घंटा तय की गई है. न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, इस पर मोटरसाइकिल, ऑटोरिक्शा और ट्रैक्टरों का परिचालन प्रतिबंधित रखा जाएगा. कारों, टैक्सियों, हल्के मोटर वाहनों, मिनी बसों और टू-एक्सल बसों के लिए गति सीमा 100 किमी प्रति घंटे होगी. लेकिन पुल पर चढ़ने और उतरने पर इसे घटाकर 40 किमी प्रति घंटे करना होगा. (फोटो क्रेडिट-एक्स)
    MTHL पर चार पहिया वाहनों के लिए अधिकतम 100 किमी प्रति घंटा तय की गई है. न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, इस पर मोटरसाइकिल, ऑटोरिक्शा और ट्रैक्टरों का परिचालन प्रतिबंधित रखा जाएगा. कारों, टैक्सियों, हल्के मोटर वाहनों, मिनी बसों और टू-एक्सल बसों के लिए गति सीमा 100 किमी प्रति घंटे होगी. लेकिन पुल पर चढ़ने और उतरने पर इसे घटाकर 40 किमी प्रति घंटे करना होगा. (फोटो क्रेडिट-एक्स)