'माही' का मैजिक रहेगा बरकरार...?

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Shiv Om Gupta

Mahendra Singh Dhoni: भारतीय क्रिकेट को अपने अंदाज से अलग लेवल तक ले जाने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उर्फ माही अब अस्तवान हो चले हैं. ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है, क्योंकि IPL टूर्नामेंट के 18 संस्करण में उनके अब तक प्रदर्शन को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि क्रिकेट तो नहीं, उनकी बल्लेबाजी जरूर पस्त हो गई है.

कैप्टन कूल धोनी अपने करिश्माई व्यक्तित्व से ही नहीं, करिश्माई कप्तानी से आलोचकों को चौंकाते आए हैं. जब भी उनकी गिरहें नापने के लिए आलोचक उनकी ओर बढ़े हैं, तब-तब धोनी आलोचकों को राय बदलने को मजबूर किया है, लेकिन अब धोनी खुद बदले-बदले नजर आ रहे हैं. 

जुबान नहीं, प्रदर्शन से जवाब देते हैं धोनी

गौरतलब है धोनी की गिनती ऐसे क्रिकेटरों में होती है, जो जुबानी नहीं, बल्कि अपने प्रदर्शन से अपने आलोचकों को जवाब देते हैं. आईपीएल के 17वें संस्करण में ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि चेन्नई सुपरकिंग की कप्तानी छोड़ चुके धोनी 18वें संस्करण में सीएसके के लिए मेंटर की भूमिका में दिखेंगे, लेकिन एक बार फिर वो विकेट के पीछे नजर आए.

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सीजन 18 में 6 मैचों में फ्लाप रहे हैं धोनी

आईपीएल के 18वें सीजन में सीएसके से बतौर विकेट कीपर जुड़े महेंद्र सिंह धोनी का बल्लेबाजी में प्रदर्शन लगातार 6 मैचों में खराब रहा है, लेकिन माही के फैंन्स माही को हेलीकॉप्टर शॉट उड़ाने का लोभ कहां छोड़ पाते हैं, उन्हें  43 वर्षीय माही में वहीं पुराना जोश चाहिए, लेकिन लगातार निराश होना पड़ा.

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टीम का 8वां विकेट गिरने के बाद आज भी धोनी जब ड्रेसिंग रूम से बाहर आते हैं तो स्टेडियम में बैठा हरेक फैंस धोनी-धोनी के नारे लगाकर विरोधी खेमे को डरा देता है. विरोधी खेमा फील्डिंग में बदलाव करने को मजबूर हो जाता है, लेकिन अब धोनी विरोधी डराते कम, फैंस को चौंकाते ज्यादा हैं.

  'माही अब नहीं मार रहा है'

आईपीएल के 18 संस्करण में सीएसके की टीम अब तक कुल 6 मैच खेल चुकी है, लेकिन 5 मैच में हारकर टूर्नामेंट से लगभग बाहर होने के कगार पर है. पिछले 18 सीजन से प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से सीएसके की कमान संभालने वाले धोनी अब सिर्फ विकेट कीपर है. इस सीजन धोनी का प्रदर्शन विकेटकीपर तक सिमटा भी नजर आ रहा है, बल्लेबाजी में पहले जैसी बात नहीं रही. पिछले 6 मैचों मे ंधोनी अपनी ओर आती गेंदों को मारते कम, बचते अधिक नजर आए हैं.

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गेंदों से डरते नजर आ रहे धाकड़ धोनी 

माना जा रहा था कि साल 2023 में आईपीएल के 16वें सीजन में सीएसके को 5वीं बार चैंपियन बनाकर महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल को अलविदा कह देंगे,  लेकिन सीएसके फ्रेंचाइजी का मोह उनको आईपीएल से दूर नहीं कर पाई और अब धोनी दुष्चक्र में फंसे नजर आ रहे हैं. यही कारण है कि धोनी फैंस स्टेडियम से लगातार हताश होकर लौट रहे हैं.

क्रम ही नहीं बल्लेबाजी भी लड़खड़ाई

आईपीएल टूर्नामेंट के 18वें सीजन में धोनी की बल्लेबाजी का क्रम ही नहीं, बल्कि माही की बल्लेबाजी भी बुरी तरह से लड़खड़ा गई है. धोनी ने अब तक खेले 6 लीग मैचों में 6 बार बल्लेबाजी के लिए उतरे, लेकिन किसी भी पारी में उनका विस्फोटक अंदाज नजर नहीं आया. टूर्नामेंट के पहले लीग मैच में धोनी तो जीरो पर आउट हुए.

18वें सीजन में सीएसके को एक के बाद एक पांच मैचों में लगातार हारता देखकर फैंस भी दंग हैं. हमेशा की तरह इस बार भी पूरे स्टेडियम को पीले रंग से रंगने वाले फैन्स धोनी की विकेट कीपिंग नहीं, उनके शॉट देखने पहुंचते हैं, लेकिन अब धोनी है कि अब मार ही नहीं पा रहा है.

कप्तान धोनी ने भी सबको निराश किया

सीएसके की टीम को आसमान तक पहुंचाने वाले धोनी कोलकाता के खिलाफ खेले गए छठे लीग मैच में कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ की गैर-मौजूदगी में कप्तान की भूमिका में नजर आए. लगातार चार मैच हार चुकी सीएसके के लिए कप्तान के रूप में धोनी की दोबारा वापसी संजीवनी से कम नहीं था, लेकिन कप्तान धोनी ने निराश किया.

दलदल में फंसी टीम को नहीं उबार पाए

कोलकाता के खिलाफ मैच में लगातर विकेट गिरने से दलदल में फंसी टीम को उबारने के लिए भी धोनी बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे. इस बार भी धोनी 8वें क्रम में बल्लेबाजी के लिए उतरे. माही ने 30 रन बनाकर आउट हो गए. पूरी टीम 20 ओवर में 103 रना बना सकी. इसस पहले टीम के 9 खिलाड़ी 18वें ओवर में 79 के स्कोर पवेलियन जा चुके थे.

धोनी IPL सीजन 18 में पहले मैच में जीरो, दूसरे मैच में 27, तीसरे मैच में 30, चौथे मैंच में 16, पांचवे मैंच में 30 और छठे मैच में धोनी 1 रन पर आउट हुए. छठे मैच में धोनी की कप्तानी में सीएसके ने आईपीएल हिस्ट्री का सबसे न्यूनतम स्कोर 103 रन पर आउट हो गई.

शेष मैचों में कप्तान धोनी से उम्मीद?

महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में सीएसके की टीम सीजन 18 के शेष बाकी बचे मैचों में क्या गुल खिलाएगी, इसका दावा कोई नहीं कर सकता है. बढ़ती उम्र ने धोनी की बल्लेबाजी पर बड़ा असर डाला है, यही कारण है कि धोनी में महज विकेट कीपर बाकी रह गया है, जो सीजन 18 में उनका बेस प्राइज इंगित करता है.

IPL करियर पर भी उठ रहे सवाल

धोनी की बल्लेबाजी और धोनी के बल्लेबाजी क्रम को लेकर बहुत चर्चा हो रही है. आलोचक धोनी को क्रिकेटिंग करियर को लेकर सवाल उठा रहे हैं. सवाल यह भी उठ रहे हैं कि धोनी की फिजिकल कंडीशन उनकी खराब बल्लेबाजी और निचले बल्लेबाजी क्रम में उतरने का बड़ी वजह है.

सीजन-16 में बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग के जरिए रवींद्र जडेजा ने टीम के अगले कप्तान के रूप में अपना दावा पुख्ता किया था. फाइनल मेैच में उनकी ही बल्लेबाजी से टीम पांचवी ट्रॉफी उठा पाई थी, टीम एक बार फिर उनकी ओर देख सकती है.

कोच ने धोनी के बारे में क्या कह दिया?

धोनी की फिजिकल कंडीशन को लेकर चेन्नई सुपरकिंग्स के कोच स्टेफिन फ्लेमिंग का बयान काफी मौजू है. कोच फ्लेमिंग ने धोनी के फिजिकल कंडीशन को लेकर इशारा करते हुए कहा कि महेंद्र सिंह धोनी अब पूरी ताकत से 10 ओवर तक बल्लेबाजी नहीं कर सकते हैं, उनके घुटने में दिक्कत है, इसलिए वो अपना बल्लेबाजी क्रम खुद तय करते हैं.

मार नहीं सकता, इसलिए मात खा रहा 

कोच फ्लेमिंग के बयान से धोनी के फैन्स को जवाब मिल गया होगा. धोनी की फिजिकल कंडीशन उनके गिरते बल्लेबाजी प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार है. धोनी का शरीर,उनके घुटने अब पहले जैसे नहीं रहे, इसलिए धोनी खुद अपनी बल्लेबाजी का क्रम तय करते हैं.  मौजूदा कंडीशन में अब धोनी के लिए 10 ओवर तक बल्लेबाजी करना मुश्किल हैं.

धोनी के फैन्स माही को सिर्फ मारते देखने आता है, क्योंकि उन्होंने धोनी को विस्फोटक बल्लेबाज के रूप में ही सरआंखों पर बिठाया है. धोनी की कप्तानी और विकेट कीपिंग से कितना भी कहर बरपा दें, फैन्स की नजर में धोनी का ये हुनर हमेशा दोयम रहा है.

क्या सर जडेजा को मिलेगी टीम की कमान?

सीएसके टीम की बागडोर संभाल रहे धोनी से अब टीम को बल्लेबाजी से जिताने की उम्मीद करना बेमानी है. संभवा है कि बाकी के लीग मैचों के लिए सीएसके कोई नया कप्तान चुन सकता है. अभी कप्तान के लिए सर जडेजा से उपयुक्त नाम है. सीजन 16 में धोनी के कप्तानी से रिटारमेंट के बाद रवींद्र जडेजा को उत्तराधिकारी बनाए जाने की अटकलें थी.

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी विचार हैं.