Indore : 77 हजार लोगों ने ली 'Toilet वाली सेल्फी', दुल्हनों की तरह सजे शौचालय

World Toilet Day 2024 Theme : विश्व शौचालय दिवस हर साल 19 नवंबर को मनाया जाता है. इसकी शुरुआत साल 2001 में हुई थी. इस साल का थीम "Toilets - A Place for Peace" है.

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Indore : 77 हजार लोगों ने ली 'Toilet वाली सेल्फी', दुल्हनों की तरह सजे शौचालय

World Toilet Day : आज 19 नवंबर को पूरे विश्व में विश्व शौचालय दिवस मनाया जा रहा है. इस दिन का मकसद स्वच्छता को बढ़ावा देना है. साथ ही लोगों में शौचालय के इस्तेमाल को लेकर जागरूकता फैलाना है. इसी कड़ी में भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर ने इस मौके पर एक अनोखा और दिलचस्प अभियान चलाया. इंदौर नगर निगम ने इस दिन को खास बनाने के लिए "जा के देखो" नाम से एक अभियान शुरू किया. इसके तहत शहर के लोगों को एक खास चीज़ करने को कही गई. उनसे कहा गया कि वे समय निकाल कर इलाके के सार्वजनिक शौचालयों में जाए. वहां जाकर साफ-सफाई को परखें. इस बीच एक दिलचस्प चीज की जानी थी. वो थी शौचालय की सेल्फी ! जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा. इस ख़ास थीम का मकसद लोगों को सार्वजनिक शौचालयों के इस्तेमाल को लेकर प्रेरित करना और साफ-सफाई को लेकर जागरूक बनाना था. ऐसे में सभी से अपील की गई कि वे पब्लिक टॉयलेट में जाकर एक सेल्फी क्लिक करें. 

क्या है ये - "जा के देखो" वाला अभियान ?

इसे लेकर शहर के सभी सार्वजनिक शौचालयों को दुल्हन की तरह सजाया गया. लोग इन शौचालयों में जाकर फोटो और सेल्फी ले रहे थे. इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव और कलेक्टर आशीष सिंह ने भी इस अभियान में शामिल हुए और शौचालयों से सेल्फी लेकर जागरूकता का संदेश दिया. इस अभियान में इंदौर के लोगों ने भी काफी दिलचस्पी दिखाई. सुबह से ही लोग शौचालयों पर पहुंचे और सेल्फी क्लिक करके अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया.

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अब तक कितनी हुई सेल्फी

विश्व शौचालय दिवस के मौके पर जहां इंदौर में सुबह 9 बजे तक 30 हजार लोगों ने तस्वीरें ली तो वहीं दोपहर 2 बजे तक 77,500 लोगों ने शौचालयों पर जाकर सेल्फी क्लिक की.

लोग सेल्फी के लिए पहुंच रहे शौचालय

बताया जा रहा है की शाम में भी इंदौर के लोगों का सार्वजानिक शौचालयों पर आने-जाने का सिलसिला जारी है. नगर निगम ने दावा किया कि इस अभियान के तहत एक लाख से ज़्यादा लोगों की तरफ से सार्वजनिक शौचालयों से सेल्फी ली जाएगी. यह अभियान इंदौर को एक बार फिर से वर्ल्ड रिकॉर्ड की दौड़ में शामिल कर सकता है. बता दें कि इस खास मौके पर इंदौर के सर्वजनिक टॉयलेट को दुल्हन की तरह सजाया गया. यही नहीं, शौचालयों में गुब्बारे भी लगाए गए. साथ ही रंगोली भी बनाई गई. 

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महापौर ने कहा, ❝ इंदौर की स्वच्छता में सबसे बड़ी भूमिका हमारे डिजिटल मॉनिटर पब्लिक टॉयलेट्स की है. हम चाहते हैं कि लोग इनका इस्तेमाल करें और हमें फीडबैक दें ताकि सफाई और सुविधाओं को और बेहतर बनाया जा सके. ❞

साफ-सफाई में इंदौर सबसे आगे

पहले तलवारबाजी के लिए रिकॉर्ड बना चुके इंदौर ने इस बार शौचालय जागरूकता में भी अपनी छाप छोड़ी. बताते चलें कि देश के करीब 4000 शहरों में से इंदौर सबसे ज़्यादा स्वच्छ शहरों में पहले नंबर पर आता है. इंदौर की हवा-पानी हो या शौचालय की व्यवस्था सब कुछ नंबर वन है. इंदौर शहर के 35 लाख लोग खुद ही गीला और सूखा कचरा अलग-अलग कर देते हैं. इससे शहर में कूड़ा-प्रबंधन भी काफी व्यवस्थित बना रहता है.

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जागरूकता की दिशा में बड़ा कदम

शौचालय दिवस नगर निगम ने सुनिश्चित किया कि हर शौचालय में सुपरवाइजर और कंट्रोलिंग ऑफिसर का नाम व नंबर मौजूद हो जिससे कि लोग अपनी शिकायतें सीधे दर्ज करवा सकें. इस तरह की पहल से न केवल नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी बल्कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी.

क्या है विश्व शौचालय दिवस ?

विश्व शौचालय दिवस हर साल 19 नवंबर को मनाया जाता है. इसकी शुरुआत साल 2001 में हुई थी. इस साल का थीम है "Toilets - A Place for Peace". भारत में यह दिन खास महत्व रखता है जिससे लोगों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता फैले. इंदौर ने एक बार फिर सबित किया कि साफ-सफाई और स्वच्छता के मामले में इंदौर की नज़र सातवां आसमान छूने की है.

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