How can women become colonel: मध्य प्रदेश के मंत्री विजय साह ने भारतीय सेना में कर्नल पद पर तैनात सोफिया कुरैशी के खिलाफ टिप्पणी की है. जिसे लेकर खुद उनकी ही पार्टी के नेता नाराज हो गए हैं और शाह को माफी मांगनी पड़ी है. यानि सेना में कर्नल के पद पर तैनात सोफिया कुरैशी के खिलाफ कोई भी अमर्यादित टिप्पणी सुनने को देश तैयार नहीं है... आखिर क्यों है ऐसा? सवाल ये भी है कि कैसे हमारी-आपकी बेटी और बहन कर्नल सोफिया कुरैशी जैसा बन सकती है. कितनी सैलरी हो सकती है सेना में कर्नल बनने पर आपकी बेटी की? क्या सुविधाएं मिलती हैं कर्नल रैंक तक पहुंचने में... इन सारे सवालों का जवाब आपको मिलेगा इस रिपोर्ट में-
सबसे पहले आपको बता दें कि सेना में सीधे कर्नल पद पर भर्ती नहीं होती... दरअसल, भारतीय सेना में कर्नल बनने के लिए, आपको सबसे पहले एक कमीशंड अधिकारी के रूप में सेना में शामिल होना होगा. इसके बाद आपको विभिन्न रैंकों में पदोन्नति के लिए लगातार बेहतर प्रदर्शन करना होगा. अब सवाल है कि कमीशंट अधिकारी कैसे बनें...
NDA और CDS के जरिए सेना में अधिकारी बन सकती हैं महिलाएं
कमीशंड अधिकारी बनने के लिए नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) और सिविल डिफेंस सर्विस (CDS) की परीक्षा पास करनी होती है. इस परीक्षा में शामिल होने के लिए 12वीं कक्षा में मैथ्स बैकग्राउंड होना चाहिए. जब आप परीक्षा पास करते हैं तो इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA) में ट्रेनिंग दी जाती है. इसके बाद आप सेना में बतौर लेफ्टिनेंट भर्ती होते हैं.
सर्विस के दौरान अच्छी परफॉर्मेंस विभिन्न परीक्षाओं में सफलता और समय के साथ मिले प्रमोशन मिलता है.
- लेफ्टिनेंट से कैप्टन के लिए 2 साल की सेवा के बाद पदोन्नति होती है.
- इसी तरह से कैप्टन से मेजर के लिए 2 साल की सेवा के बाद पदोन्नति होती है.
- मेजर से लेफ्टिनेंट कर्नल के लिए 6 साल की सेवा के बाद पदोन्नति होती है.
- लेफ्टिनेंट कर्नल बनने के बाद 13 साल की सेवा के बाद ही आपको कर्नल पद पर पदोन्नति मिलती है.
हालांकि कई बार आपके प्रदर्शन पर ही पदोन्नति निर्भर करती है. कर्नल बनने के लिए कम से कम 15 से 20 तक की सेना में सर्विस करना जरूरी होता है.
बता दें कि मई 2021 में 83 महिलाओं को पहली बार भारतीय सेना में सैन्य पुलिस कोर में जवान के रूप में शामिल किया गया था.
इन तरीकों से महिलाएं सेना में बन सकती हैं अधिकारी
परमानेंट सर्विस कमीशन- नेशनल डिफेंस एफेडमी के द्वारा इसके लिए योग्यता 10 +2 होनी चाहिए. इसके लिए आपकी उम्र साढ़े 16 साल से साढ़े 19 साल होनी चाहिए. औपको इसके लिए यूपीएसी का एग्जाम देना होगा. मैरिट में आने के बाद मेडिकल होगा. इसके बाद आप एनडीए में शामिल होंगे. एनडीए में शामिल होने के बाद आपको 3 साल की ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें आपको ग्रेजुएशन (BA या BAC) की डिग्री दी जाती है जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सीटी ऑफ दिल्ली से. एक साल की ट्रेनिंग IMA में होती है. इसके बाद आप परमानेंट सर्विस कमीशन ऑफिसर बनते हैं.
शॉर्ट सर्विस कमीशन- सबसे पहले आप 10 साल के लिए भारतीय सेना में कार्यरत रहेंगे. जिसके बाद आपको 4 साल के लिए सेवा विस्तार भी मिल सकता है और मेरिट के आधार पर परमानेंट सर्विस कमीशन मिल सकता है. शॉर्ट सर्विस कमीशन के लिए दो प्रकार है.
1. नॉन टेक्निकल- इसके लिए ग्रेजुएट हो सकती है या पोस्ट ग्रेजुएट भी हो सकती है. हालांकि ग्रेजुएट के लिए आयु 19 से 25 वर्ष होनी चाहिए, जबकि पोस्ट ग्रेजुएट के लिए 27 साल की उम्र तक परीक्षा दे सकती है. इसके लिए यूपीएससी की परीक्षा पास करनी होगी. इसके बाद मेरिट बनेगी. हालांकि इशके बाद आपको मेडिकल क्लियर करना होगा. फिर आप ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी में दाखिला होगा.
2. दूसरी कैटेगरी में कोई परीक्षा नहीं देनी होगी, लेकिन ये वैकेंसी के आधार पर होगा. जिसके पास NCC-C सर्टिफेकेट है. जज एडवोकेट जनरल ब्रांच (JAG), इंजीरियरिंग ग्रेजुएट (B.Tech/B.E)
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
कर्नल सोफिया कुरैशी का जन्म 1981 में गुजरात के वडोदरा में हुआ है. उन्होंने बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया. इसके बाद उन्होंने 1999 में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) से ट्रेनिंग ली, जिसके बाद वो भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में शामिल हुईं. सेना में सेवा के दौरान उन्होंने न सिर्फ युद्ध क्षेत्र में बल्कि उत्तर-पूर्व भारत में बाढ़ राहत अभियान जैसे मानवीय मिशनों में भी शानदार योगदान दिया.
कितनी सैलरी पाती हैं कर्नल सोफिया?
बता दें कि कर्नल रैंक की एक अधिकारी की बेसिक सैलरी करीब 1,21,200 रुपये से 2,12,400 रुपये प्रति माह के बीच होती है. हालांकि इसके अलावा उन्हें सरकार की ओर से कई भत्ते भी दिए जाते हैं.
कर्नल को मिलते हैं ये खास भत्ते
1. मिलिट्री सर्विस पे- 15,500 रुपये प्रति माह
2. महंगाई भत्ता (DA)
3. House Rent Allowance)- एचआरए पोस्टिंग एरिया के हिसाब से दिया जाता है.
4. स्पेशल फोर्स अलाउंस- 25,000 रुपये तक
5. यूनिफॉर्म अलाउंस- सालाना 20,000 रुपये तक
6. फील्ड एरिया अलाउंस- 10,500 से 25,000 रुपये तक (अगर खतरनाक क्षेत्र में तैनाती हो)
7. ट्रांसपोर्ट अलाउंस- 3600 से 7200 रुपये तक