कौन हैं लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी जो होंगे नए आर्मी चीफ, जनरल मनोज पांडे की लेंगे जगह

New Army Chief: लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी देश के नए आर्मी चीफ बनाए गए हैं. द्विवेदी मौजूदा सेनाध्‍यक्ष जनरल मनोज पांडेय का स्‍थान लेंगे.

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PM Modi Government Appointed New Army Chief: लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी (Lieutenant General Upendra Dwivedi) नए आर्मी चीफ (Army Chief) होंगे. वर्तमान में थल सेना के उपप्रमुख (Deputy Chief of Army Staff) के रूप में कार्यरत उपेन्द्र द्विवेदी मौजूदा सेना प्रमुख जनरल मनोज सी पांडे (General Manoj Pand) का स्‍थान लेंगे. जनरल पांडेय 30 जून, 2024 को रिटायर हो रहे हैं. जनरल पांडे पहले 31 मई को रिटायर होने वाले थे, लेकिन फिर सरकार ने उनका कार्यकाल 30 जून तक बढ़ा दिया था.

उपेन्द्र द्विवेदी को 15 दिसंबर, 1984 को भारतीय सेना की इन्फैंट्री में नियुक्त किया गया था. लगभग 40 वर्षों की अपनी लंबी और प्रतिष्ठित सेवा के दौरान द्विवेदी इंस्‍ट्रक्‍शनल, स्‍टाफ और विदेशी मोर्चों पर कई कमांड में काम किया है.

इसेक अलावा 18 जम्मू और कश्मीर राइफल्स, 26 सेक्टर असम राइफल्स, असम राइफल्स (पूर्व) और 9 कोर की कमान में भी रहे.

रीवा से हुई थी लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी की शुरुआती पढ़ाई

मध्य प्रदेश के रीवा के रहने वाले लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी का जन्म 1 जुलाई, 1964 को हुआ था. वहीं उनकी शुरुआती पढ़ाई सैनिक स्कूल रीवा से हुई. उपेन्द्र द्विवेदी नेशनल डिफेंस अकादमी के भी छात्र रहे हैं. वहीं लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी साल 1984 में सेना के जम्मू कश्मीर रायफल्स के 18वीं बटालियन में भर्ती हुए थे. लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र अपने 40 साल की करियर में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. थल सेना में सह सेना प्रमुख बनने से पहले लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी सेना के उत्तरी कमान के भी प्रमुख रह चुके हैं. 

आतंकवाद के ख‍िलाफ अभ‍ियानों में रही प्रमुख भू‍मिका 

दरअसल, लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी सेना के उप प्रमुख के रूप में नियुक्त होने से पहले 2022-2024 तक वो इन्फेंट्री और जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (मुख्यालय उत्तरी कमान) सहित कई महत्‍वपूर्ण पदों पर रहे. उनके पास देश भर में चुनौतीपूर्ण माहौल में काम करने का भी अनुभव हास‍िल है. कश्मीर घाटी के साथ-साथ राजस्थान में भी यूनिट की कमान संभाली है. इस दौरान जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के ख‍िलाफ अभ‍ियानों में उनकी प्रमुख भू‍मिका रही है. इसके अलावा द्विवेदी ने उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर रणनीतिक मार्गदर्शन भी किया.

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चीन सीमा विवाद को लेकर हुई बातचीत में भी उपेन्द्र द्विवेदी रहे शामिल

बता दें कि 2022-2024 के कार्यकाल के दौरान उन्होंने पूर्वी लद्दाख को लेकर चीन के साथ चल रही बातचीत में अहम भूमिका निभाई थी. लेफ्टिनेंट जनरल  द्विवेदी का सेना के आधुन‍िकीकरण में काफी योगदान रहा. वो आत्मनिर्भर भारत के तौर पर सेना में स्वदेशी हथियारों के शामिल कराने में अगुवाई किया.

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