एमपी में हैं एशिया के ये दो बड़े डैम, खतरे को देखते हुए अब खोल दिए गए इतने गेट

Khandwa News: मध्य प्रदेश में हो रही बारिश से नदियों के साथ बांधों का जलस्तर बढ़ गया है. ऐसे में खंडवा जिले में नर्मदा नदी के ऊपरी कछार में बने इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर डैम से पानी लगातार डिस्चार्ज किया जा रहा है.

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MP News In Hindi: एमपी के कई जिलों में बारिश का दौर जारी है. ऐसे में नदियों और बांधों दोनों का जलस्तर बढ़ रहा है. बांध के तटीय क्षेत्रों में प्रशासन अलर्ट हैं.बांध के निचले हिस्सों में बसने वाली बसाहटों और मछुआरों सहित आम लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है.

बांधों से लगातार पानी का डिस्चार्ज किया जा रहा

नर्मदा नदी के ऊपरी कछार में लगातार बारिश के चलते नर्मदा नदी और सहायक नदियों पर बने बांधों से लगातार पानी का डिस्चार्ज किया जा रहा है. खंडवा जिले में नर्मदा नदी पर एशिया का सबसे बड़ा बांध माने जाने वाला  इंदिरा सागर और ओम्कारेश्वर बांध मौजूद हैं. दोनों ही बांधों को एक निश्चित मात्रा में ही भरा जा सकता है. इसी लिए बांध का लेबल बनाए रखने दोनों ही बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है.

ओंकारेश्वर के 17 गेट खोले गए

ओम्कारेश्वर डैम में खोले गए गेट.

इसके लिए जिला प्रशासन और एनएचडीसी ने अलर्ट भी जारी किया है. बांध के निचले हिस्सों में बसने वाली बसाहटों और मछुआरों सहित आम लोगों को सतर्क रहने और नदी के पानी में जाने से मनाही की गई है. इंदिरा सागर डेम के 12 और ओम्कारेश्वर डेम के 17 गेट खोलकर बांध से पानी छोड़ा जा रहा है.

जानें कहां से कितना छोड़ा जा रहा पानी

इंदिरा सागर बांध.

इंदिरा सागर बांध परियोजना से 7 अगस्त को 12 गेट खोले गए थे, जिसमें छह गेटों को आधा मी और 6 घंटे को 1 मी खोला गया था.  गुरुवार की सुबह 12 गेटों को दो-दो मीटर की ऊंचाई तक खोल दिया, जिससे करीब 5600 क्युमेक्स पानी बांध से छोड़ा जा रहा है. वहीं, विद्युत गृह से 1840 को क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है.

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यहां से पानी के आवक का दबाव

इस तरह इंदिरा सागर से कुल मिलाकर करीब 7500 क्युमेक्स पानी का डिस्चार्ज किया जाएगा. हंडिया तरफ से पानी की आवक का दबाव बना हुआ है. इसलिए गेटो की मात्रा घटाई भी जा सकती है. इसी तरह ओंकारेश्वर बांध से 5560 क्यूमैक्स पानी एवं विद्युत गृह  गेटों से 2088 क्यूमैक्स पानी छोड़ा का रहा है. ओंकारेश्वर बांध से बांध और विद्युत गृह से करीब 7650 पानी का डिस्चार्ज होगया। निचले क्षेत्रों में  बसाहटों , नाविकों , मछुआरों और आम जनता को  की सूचना पूर्व में दी जा चुकी है. ताकि कोई दुर्घटना ना हो.

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ओंकारेश्वर बांध में 23 गेट हैं

ओंकारेश्वर बांध परियोजना के अंतर्गत गेटों की संख्या बढ़ाई जा रही है, संभावना है कि दोपहर 3:30 बजे के बाद 17 गेटों से अलग-अलग ऊंचाई में बढ़ाकर करीब 8324 क्युमेक्स बांध से पानी छोड़ा जाएगा एवं विद्युत गृह से 2088 क्युमेक्स पानी छोड़ा जाएगा.  10412 क्युमेक्स पानी छोड़ा जाएगा, जिसके चलते निचले क्षेत्रों में पानी का जल बहाव शाम 4:00 बजे के बाद तेजी से बढ़ेगा. बतादें, ओंकारेश्वर बांध के 23 गेट है, जिसमें से 17 गेटो से अलग-अलग ऊंचाई के अनुसार पानी छोड़ा जा रहा है.

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