Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के विदिशा में एक गुमनाम चिट्ठी ने धमाका मचाकर रख दिया है. यहां नगर पालिका में एक गुमनाम चिट्ठी आई है. लेकिन यह चिट्ठी साधारण नहीं है. यह धमाका है. नगर पालिका में करोड़ो रुपये के भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. इस गुमनाम पत्र ने नगर पालिका की राजनीति को हिला कर रख दिया है.
"हर गली, हर नुक्कड़, हर व्हाट्सएप ग्रुप में बस एक ही चर्चा चल रही है. लोग यही कह रहे हैं कि नगर पालिका में चल रहा है करोड़ों का खेल!"
विदिशा में गुमनाम चिट्ठियों का जाल बिछाया गया है और इस जाल में फंसते दिख रहे हैं जनप्रतिनिधि, पार्षद और खुद नगर पालिका अध्यक्ष के पति राकेश शर्मा. इंदौर से स्पीड पोस्ट के ज़रिए भेजी गई इन चिट्ठियों को भेजकर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इसमें साफ तौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना, अमृत मिशन, स्वच्छ भारत अभियान में करोड़ो रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पूरी डिटेल लिखी गई है.
आरोप ये है कि हर कामों के लिए 5 से 10 प्रतिशत कमीशन के तौर पर लिए गए हैं. इस गुमनाम चिट्ठी ने विदिशा की सियासत में भूचाल ला दिया है.
अध्यक्ष पति राकेश शर्मा ने सभी आरोपों को झूठा बताया है. उन्होंने कहा कि ये सब झूठे आंकड़े परोसे जा रहे हैं. नगर पालिका में कोई विपक्ष ही नहीं है जो साजिश करे.इस पूरे मामले पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष मोहित रघुवंशी हमलावर हैं. वो विधायक और भाजपा के केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से सवाल पूछ रहे हैं यह कैसा भ्रष्टाचार है ?
जांच चल रही है
अब इस पूरे मामले ने कानूनी मोड़ ले लिया है. नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि और पार्षदों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. विदिशा के एसपी रोहित काशवानी ने कहा कि हमें शिकायत प्राप्त हुई है. इस चिट्ठी की सच्चाई और इसके पीछे किसका हाथ है, इसकी गंभीरता से जांच की जा रही है.
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