Ratan Tata passed away- दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार रात मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. उन्होंने 86 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली. देश-दुनिया में मशहूर कारोबारी और ट्रस्ट टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बढ़ती उम्र की वजह से उन्हें कई तरह की परेशानियां थीं.
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एक बयान में टाटा के निधन की पुष्टि की और उन्हें अपना "मित्र, गुरु और मार्गदर्शक" बताया. अरबपति हर्ष गोयनका ने भी टाटा के निधन पर ट्वीट किया और उन्हें "टाइटन" बताया.
रतन टाटा अपनी शालीनता की वजह से काफी लोकप्रिय कारोबारी रहे. उनका जन्म 28 सितंबर 1937 को हुआ था. टाटा की अगुवाई में टाटा समूह ने बुलंदियों को छुआ. रतन टाटा साल 1991 में टाटा समूह के चेयरमैन बने थे इसके समूह लगातार लगातार तरक्की करता रहा. वह साल 2012 तक इस पद पर रहे. साथ ही उन्होंने 1996 में टाटा सर्विसेज और 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज जैसी कंपनियों की स्थापना की थी.
वे फिलहाल टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन का दायित्व भी संभाल रहे थे, जिसमें सर रतन टाटा ट्रस्ट एवं एलाइड ट्रस्ट के साथ ही सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट एवं एलाइड ट्रस्ट भी शामिल हैं.
पद्म पुरस्कारों से हुए थे सम्मानित
रतन टाटा भारत के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण (2008) और पद्म भूषण (2000) से सम्मानित किए जा चुके हैं. वह प्रतिष्ठित कैथेड्रल और जॉन कानोन स्कूल, बिशप कॉटन स्कूल (शिमला), कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड के भी पूर्व छात्र थे.