MP News: भिंड में गंदा पानी पीने से दो लोगों की मौत, 84 लोग अब भी जिंदगी और मौत से जूंझ रहे हैं अस्पताल में

Polluted Water Supplyin Bhid : भिंड जिले के फूप कस्बे में पिछले दो दिनों में उल्टी और दस्त के कारण दो बुजुर्गों की मौत हो गई है. इस बीच, लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी (पीएचई) के कार्यपालन अभियंता आर के राजपूत ने दूषित पानी के सेवन से संक्रमण फैलने की रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसके बाद पानी के नमूने एकत्र किए गए.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Bhind News: मध्य प्रदेश के भिंड जिले के फूप कस्बे में पिछले दो दिनों में दूषित जल पीने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई है और कुछ अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.

आपूर्ति लाइनों में नाले का पानी मिला

घटना की सूचना मिलने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है. इसके बाद आनन-फानन में दूषित पानी के कुछ नमूनों की जांच की गई, जिसमें‘नाइट्रेट' की मात्रा अधिक पाई गई है. इसके अलावा ‘बैक्टेरिया' की मौजूदगी से इस बात के संकेत मिले हैं कि आपूर्ति लाइनों में नाले का पानी मिला हुआ है. नगर निगम के तीन वार्डों से  सोमवार सुबह से जल जनित संक्रमण की सूचना मिली. इसके बाद उल्टी और दस्त से पीड़ित रोगियों की संख्या 84 हो गई.

Advertisement

84 लोग गंभीर रूप से हैं बीमार

प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डी के शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र में एक शिविर स्थापित किया है. शर्मा ने कहा कि नगर निगम के तीन वार्डों में उल्टी एवं दस्त की शिकायत करने वाले 84 लोगों में से गंभीर रूप से बीमार कुछ मरीजों को बेहतर इलाज के लिए ग्वालियर भेजा गया है, जबकि अन्य को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.

Advertisement

 पानी के नमूनों में ‘नाइट्रेट' निर्धारित सीमा से अधिक मिला

उन्होंने कहा कि कई लोग ठीक होकर घर लौट आए हैं. उल्टी और दस्त के कारण दो बुजुर्गों की मौत हो गई है. उन्होंने स्पष्ट किया कि दो दिन पहले हुई एक लड़की की मौत पानी के दूषित होने से संबंधित नहीं थी. उसकी मौत बुखार के कारण हुई. इस बीच, लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी (पीएचई) के कार्यपालन अभियंता आर के राजपूत ने दूषित पानी के सेवन से संक्रमण फैलने की रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसके बाद पानी के नमूने एकत्र किए गए. उन्होंने कहा कि एकत्र किए गए पानी के नमूनों में ‘नाइट्रेट' निर्धारित सीमा से अधिक पाया गया. उन्होंने कहा कि छह में से दो नमूनों में ‘बैक्टेरिया' भी पाए गए, जिससे नाले के पानी के आपूर्ति लाइनों में मिल जाने की संभावना है.

Advertisement

ये भी पढ़ें- MBA Paper Leake Case : भाजपा नेता अक्षय कांति बम का कॉलेज निकला दोषी, इतने लाख रुपये का लगा जुर्माना

राजपूत ने कहा कि यह जानकारी स्थानीय नगर निकाय के साथ साझा की गई है और पानी को कीटाणुरहित करने के लिए ‘क्लोरीनीकरण' का सुझाव दिया गया है. उन्होंने कहा, 'निवासियों को उबालने के बाद ही पानी का उपयोग करने का सुझाव दिया गया है.' उन्होंने कहा कि बुधवार को और नमूने एकत्र किए गए और जांच के लिए भेजे गए.

ये भी पढ़ें- Bijli Chori: मध्य प्रदेश में बिजली चोरों की आई शामत, बिजली विभाग ने वसूले 26 करोड़ रुपये

Topics mentioned in this article